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Uttarakhand News: सौ साल पुरानी मजार का अचानक अंत रात के अंधेरे में क्यों उठाया गया ऐसा कठोर कदम

Uttarakhand News: उत्तराखंड की धामी सरकार की बुलडोजर कार्रवाई एक बार फिर सुर्खियों में है। उधम सिंह नगर जिले में मंगलवार की सुबह चार बजे एक सौ साल पुरानी मजार पर बुलडोजर चला दिया गया। यह मजार मासूम शाह मियां की बताई जा रही है। इस कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। मजार के टूटने के बाद फिलहाल किसी तरह के विरोध की खबर नहीं आई है।

सौ साल पुरानी मजार पर चली कार्रवाई


यह मजार रुद्रपुर के इंदिरा चौक पर स्थित थी और इसे वक्फ बोर्ड में दर्ज बताया जा रहा है। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि यह मजार नेशनल हाईवे चौड़ीकरण के रास्ते में आ रही थी। इसलिए इसे हटाना जरूरी था। धामी सरकार की यह कार्रवाई मंगलवार तड़के चार बजे हुई जब शहर अभी नींद में डूबा था। यह भी बताया गया कि प्रशासन ने पूरी योजना बनाकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया।

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सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर उठे सवाल

इस कार्रवाई पर अब कानूनी सवाल उठ रहे हैं। वक्फ बोर्ड की संपत्तियों पर सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल अंतरिम रोक लगाई हुई है। इसमें मजारें कब्रिस्तान और अन्य धार्मिक संपत्तियां शामिल हैं। ऐसे में मासूम शाह मियां की मजार पर बुलडोजर चलाना सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना माना जा रहा है। कई लोग इसे न्यायालय की अवमानना भी कह रहे हैं।

राजनीतिक बयानबाजी शुरू

रुद्रपुर विधायक शिव अरोड़ा का बयान भी इस पूरे मामले में चर्चा में आ गया है। उन्होंने मजार को हटाने के निर्णय का समर्थन किया है। वहीं कुछ स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि बिना उचित कानूनी प्रक्रिया के ऐसा करना गलत है। उनका मानना है कि इस तरह की कार्रवाई से समाज में असंतोष फैल सकता है।

शांति बनी हुई है लेकिन माहौल तनावपूर्ण

कार्रवाई के बाद से मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना न हो। फिलहाल शहर में शांति बनी हुई है लेकिन लोगों में असमंजस है। प्रशासन यह भी कह रहा है कि भविष्य में सड़क निर्माण की प्रक्रिया में रुकावट न हो इसलिए यह कदम उठाया गया है। लेकिन अब देखना होगा कि इस पर कानूनी मोर्चे पर क्या प्रतिक्रिया होती है।

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