सत्य खबर,गुरूग्राम,सतीश भारद्वाज: Vandalism in the prohibited area
माननीय न्यायालय के निर्देशों की पालना में नगर निगम गुरूग्राम द्वारा आयुध डिपो के प्रतिबंधित दायरे में अवैध निर्माणों के खिलाफ बुधवार को निगम इंफोर्समेंट विंग के कर्मचारियों द्वारा कई जगहों पर तोड़फोड़ व सीलिंग की कार्रवाई की गई। जिनकी कार्रवाई के लिए क्षेत्र के समाज सेवकों ने काफी समय से निगम अधिकारी को शिकायत की हुई थी। लेकिन निगम इंफोर्समेंट विंग के भ्रष्ट अधिकारी व अस्थाई कर्मचारी मामले को रफा-दफा करने में जुटे हुए थे।
also read: 1 जून का राशिफल: इन राशि वालों को मिलेगा अपनों का साथ
निगम सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को जॉन टू के अंतर्गत आने वाली इंफोर्समेंट विंग के सहायक अभियंता के नेतृत्व में कनिष्ठ अभियंता की टीम ने पुलिस बल व जेसीबी से आयुष डिपो के प्रतिबंधित क्षेत्र अशोक विहार फेज-3 व आसपास में मिलीभगत से करीब 5 एकड़ भूमि पर विकसित की जा रही अवैध कॉलोनियों को धराशाई किया गया। इसके अलावा, एक अन्य दो मंजिला भवन का निर्माण भी इस क्षेत्र में हो रहा था। टीम ने मौके पर ही जेसीबी की मदद से दोनों ईमारतों को तोड़ दिया।
also read: जेजेपी संगठन में बदलाव, प्रदेश कार्यकारिणी में 34 पदाधिकारी नियुक्त
टीम ने यहां पर बनाई जा रही चारदीवारियों तथा डीपीसी स्तर के निर्र्माणों को धराशायी कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यह कार्रवाई मुख्यमंत्री उड़दस्ता द्वारा प्राप्त शिकायत के आधार पर की गई। वहीं मंगलवार को भी टीम ने धर्म कॉलोनी में एक चार मंजिला भवन तथा एक अन्य दो मंजिला कमर्शियल भवन को तोडऩे की कार्रवाई की थी। स्थानीय निवासियों का कहना था कि जहां पर यह तोड़फोड़ की कार्रवाई हुई है वह वेब एक बीजेपी नेता की बताई गई है। जिस पर मामला काफी दिनों से चल रहा था। वही इंफोर्समेंट टीम ने राजीव नगर क्षेत्र में भी सुबह एक शिकायत के आधार पर हो रहे अवैध निर्माण से भी बल्ले फर्टियों को जेसीबी की मदद से हटकर सील लगाई गई। जिसकी भी शिकायत एक एडवोकेट ने निगम आयुक्त को मेल द्वारा फोटो सहित भेजी गई थी।
also read: गुरुग्राम में कलयुगी बेटे ने पहले मां को पीटा फिर खुद लगाई फांसी। दस दिन में तीसरी घटना
वही निगम कार्यालय में यह भी चर्चा जोरों पर चल रही थी कि कि अभी हाल ही में एचएसवीपी के अधिकारियों पर कड़ा रुख अपनाते हुए उच्च न्यायालय ने रात को ही गिरफ्तार कर दूसरे दिन अदालत में पेश करने के आदेश जारी किए थे। जिसके डर के निगम में बैठे भ्रष्ट अधिकारी काफी डरे हुए थे । इसी डर की वजह से ही आनन-फानन में निगम अधिकारियों ने यह कार्रवाई की है। कहीं उनके ऊपर भी हाई कोर्ट का डंडा ना चल जाए। हाईकोर्ट ने गुरुग्राम व फरीदाबाद जिले में आयुध डिपो के आसपास 900 मीटर में निर्माण पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया हुआ है। बता दें कि जॉन टू के अंतर्गत आने वाले इंफोर्समेंट विंग के जिस एसडीओ संजोग शर्मा के द्वारा तोड़फोड़ की कार्यवाही की गई है उनको अभी हाल ही में राज्य सूचना आयोग ने समय पर सही सूचना ना देने पर नोटिस भेजे थे। Vandalism in the prohibited area