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Vinesh Phogat ने अपने जन्मदिन पर कहा – ओलंपिक में पदक लाना है मेरा लक्ष्य; रिटायरमेंट पर दी ये बात

हरियाणा की बेटी और महिला पहलवान Vinesh Phogat, जिन्होंने पेरिस ओलंपिक 2024 में देश और राज्य को गर्वित किया, आज अपने जन्मदिन पर विशेष सम्मानित हुईं। रविवार को उनके जन्मदिन के मौके पर, सरव खाप महापंचायत ने रोहतक के अष्टल बोहर स्थित नंदल भवन में उन्हें शुद्ध सोने का पदक पहनाकर सम्मानित किया।

जनता के प्यार से मिली ताकत

इस मौके पर अमर उजाला से विशेष बातचीत में Vinesh Phogat ने कहा कि वह बहुत भाग्यशाली महसूस करती हैं। पेरिस ओलंपिक में पदक न जीत पाने के बावजूद, लोगों ने उन्हें बहुत प्यार दिया है। उन्होंने कहा, “जब मैंने पदक खो दिया, तो मुझे लगा कि मुझसे बड़ा दुर्भाग्यशाली कोई नहीं हो सकता, लेकिन देशवासियों का प्यार देखकर मैं आभारी हूं।”

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विनेश ने कहा कि लोगों के प्यार से उन्हें नई ताकत मिल रही है। इसी ताकत के बल पर वह फिर से पदक लाने की उम्मीद कर रही हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि पहले उन्होंने हिम्मत खो दी थी, लेकिन अब वह फिर से हिम्मत जुटा रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अभी तक यह नहीं पता कि उन्हें अगला कदम क्या उठाना है, लेकिन लोगों का प्यार उनकी हिम्मत बन गया है।

कॉमनवेल्थ खेलों पर टिप्पणी

कॉमनवेल्थ खेलों में खेलने के सवाल पर विनेश ने कहा कि उन्होंने पहले ही कई पदक जीते हैं। इसलिए, वह चाहती हैं कि अगली पीढ़ी आगे आए और कॉमनवेल्थ खेलों में पदक जीते। इसलिए वह खुद कॉमनवेल्थ खेलों में हिस्सा नहीं लेंगी। उन्हें भविष्य में युवा खिलाड़ियों को खेलते हुए देखना पसंद होगा।

ओलंपिक के लक्ष्य और रिटायरमेंट पर विचार

विनेश ने बताया कि उनका लक्ष्य ओलंपिक था। ओलंपिक उनका सपना था, लेकिन अभी वह किसी भी चीज के बारे में सोच नहीं पा रही हैं। यदि उनका ओलंपिक खेलने का सपना फिर से पूरा होता है, तो वह अपने रिटायरमेंट के निर्णय पर विचार करेंगी। फिलहाल, वह नहीं समझ पा रही हैं कि अगले क्या कदम उठाए जाएं।

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विनेश ने यह भी कहा कि फिलहाल लोगों को उनसे कम उम्मीदें रखनी चाहिए और अगली पीढ़ी से ज्यादा उम्मीदें रखनी चाहिए कि वे ओलंपिक में पदक लाएं। यदि भविष्य में ऐसा महसूस होता है, तो वह अपने फैसले पर विचार करेंगी।

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