भविष्य को खतरे में डाल रहा व्यर्थ बहता जल!
सत्यखबर तरावड़ी (रोहित लामसर) – जल हमारे जीवन का स्त्रोत है। जल की एक-एक बूंद अनमोल हैं। जल नही होगा तो हमारा कल भी नही होगा। हमारा जीवन भी तभी संभव होगा, जब जल होगा। आज के समय में व्यर्थ बहता जल भविष्य को खतरे में डाल रहा है। व्यर्थ बहते जल की तरफ ध्यान ही नही दिया जा रहा है। यह बात सभी जानते हैं कि जल के बिना जीवन की कल्पना नही की जा सकती, लेकिन इस बात को जानते हुए भी दिन-प्रतिदिन हजारों से भी अधिक जल व्यर्थ नालियों में बहा रहा हैं। प्रतिदिन लाखों लीटर पानी व्यर्थ बह रहा हैं, लेकिन कोई पानी को बचाने की जहमत तक नही उठाता, ऐसा क्यों।
यदि इसी तरह से जल की बर्बादी होती रही तो आने वाले कुछ सालों के बाद प्राकृति की यह देन कम पड़ जाएगी। जल बचाने को लेकर जब शहर के समाजसेवी लोगों से बातचीत की गई तो उन्होंने जल बचाने पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि हमें जल की एक-एक बूंद बचाने के लिए आगे आने की जरूरत है। बी.डी. ओवरसीस के एम.डी. प्रवीण गर्ग व न्यू कैम ऑयल से सुनील गुप्ता ने कहा कि जल की एक-एक बूंद अनमोल है। ऐसे में हमें पानी की हर एक बूंद को कीमती समझकर बचाना होगा। उन्होंने कहा कि यदि पानी नही बचाया तो हमें आने वाले समय में गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
चारू ट्रेडिंग कंपनी से रिंकू बंसल एवं आर.एल. फूड से मुनीष गुप्ता ने कहा कि रोजाना लाखों लीटर पानी व्यर्थ बहाया जा रहा है। जल की जमकर बर्बादी हो रही है। समय रहते इसे बचाने की जरूरत है। जल के बिना जीवन असंभव है। दाता राम फर्नीचर हाऊस के एम.डी. रवि चावला, कांग्रे्रस नेता सुल्तान सोलहो एवं भारत विकास परिषद शाखा पड़वाला के अध्यक्ष रामपाल लाठर ने कहा कि आज के समय में भी जल की बर्बादी नही रूक पा रही है। दिन-प्रतिदिन जल का स्तर कम होता जा रहा है वह दिन दूर नही जब हमें अपने जीवन के इस अनमोल तथ्ये को पाने के लिए बेहद मशक्कत करनी पड़ेगी।
जल के बिना विकास संभव नही है। जल है तो कल है। जल प्रकृति का मनुष्य को प्रदान किया हुआ ऐसा स्त्रोत है जिसके बिना आज और कल की कल्पना भी नही की जा सकती। हम सभी को चाहिए कि हम मिलकर जल बचाने को लेकर एक मुहिम चलाएं और जन-जन को जल के प्रति जागरूक करते हुए जल की एक-एक बूंद बचाने का प्रण लें।