हरियाणा

गुरुग्राम निगम क्षेत्र में लगे होर्डिंग विज्ञापनों से करोड़ों रुपए हर माह कौन हजम कर रहा? जानिए किसने कब बोला।

सत्य ख़बर, गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज:

हरियाणा की नायब सैनी सरकार 2.0 में मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार गुरूग्राम में जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक लेने पहुंचें सीएम के समक्ष कमेटी के सदस्य एडवोकेट रविन्द्र जैन ने अधिकारियों के ऊपर जमकर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उन्होंने बैठक में मौजूद अधिकतर विभाग के अधिकारी , विधायक, मंत्री के सामने ही अपनी बात रखते हुए कहा कि गुरुग्राम में तैनात ज्यादातर अधिकारी जिले का विकास कराने की बजाए विनाश कराने पर लगे हुए है, जिन कार्यों से लोगों को लाभ मिले उस काम को करने की बजाए अधिकारी उन कार्यो को करने में दिलचस्पी ले रहे हैं,जहां से उनकी जेब गर्म हो सके। इसलिए गुड़गांव में तैनात ज्यादातर अधिकारी लोगों को व सरकारी खजाने को जमकर लूट रहे है इसलिए आपसे सबसे पहले तो ऐसे अधिकारियों की पडताल कर उन्हें दंडित किया जाए ताकि गुड़गांव का कुछ भला हो सके प्रार्थना करता हूं। रविन्द्र जैन ने कहा कि गुड़गांव में लगभग 30 लाख लोग रहते है और उनके घूमने-फिरने का एकमात्र एक लेजरवैली पार्क है लेकिन अधिकारियों की शय पर वहा भी कुछ दंबग लोगों द्वारा अवैध कब्जा किया जा रहा है, और चारों तरफ गंदगी के ढेर लगे हुए है, अधिकारियों से बार- बार शिकायत करने के बावजूद भी कोई कार्यवाही नही हो रही है, क्योकि इस अवैध कब्जे को कराने में भी कुछ अधिकारियों का अहम योगदान है।

अवैध होंडिगों से जेबें भर सरकार को लगाया जा रहा है, हर महीने करोड़ों रूपये का चुना

वहीं सदस्य रविन्द्र जैन ने मुख्यमंत्री के सामने गुड़गांव नगर निगम क्षेत्र में जगह-जगह सरकारी जमीनों पर लग रहे अवैध होंडिगों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि कुछ बड़े-बड़े अधिकारी अवैध होंडिगों के सहारे सरकार को हर माह करोड़ो रूपये की चपत लगा रहे है, गुड़गांव में लगभग 280 अवैध होंडिग पोल लगे हुए है जिनसे लगभग 5 करोड़ रूपये हर माह उगाही होती है लेकिन ये पैसा न सरकार के खजाने में जा रहा है ना कोई विकास पर लग रहा है इसलिए इसकी भी जांच होनी चाहिए कि होंडिग माफिया कौन है। जिसकी शय पर यह अवैध कारोबार का धंधा काफी समय से फल फूल रहा है।

बता दें कि बीते वीरवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पहली बार गुरुग्राम में कष्ट निवारण समिति की बैठक में लोगों की शिकायतें सुन रहे थे, जिसमें कई मामले उजागर हुए। वही बैठक में हुई चर्चा पर मुख्यमंत्री को भी झूझलाकर एक शिकायतकर्ता को कहना ही पड़ा कि चुप होकर बैठ जाओ वर्ना अभी एफआईआर दर्ज करता हूं जिसमें जमानत भी आसानी से नहीं हो पाएगी। वहीं इस मामले पर अधिकारियों व लोगों में चर्चाए है कि यह एक महिला के साथ कुछ अधिकारियों का मनमुटाव था उस पर ही मुख्यमंत्री ने बोलाना था। वहीं एक थाना प्रभारी की शिकायत भी मंत्री के समक्ष उठी थी जिसका भी तुरन्त संज्ञान लेते तबादला अन्य जगहों पर करा दिया। वहीं शहर में लगे अवैध होर्डिग से वसूली पर लोगों में चर्चाएं है कि यह होडिंग का गोरख धंधा पुरानी मेयर टीम के कार्यकाल से ही चला आ रहा है। जिसमें सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार के आरोप मेयर टीम के पार्षद रहे वार्ड तीन के रवींद्र यादव पर शहरवासी बता रहे हैं। जोकि नगर निगम विज्ञापन समिति के कर्ताधर्ता रहे हैं। इसके बारे में वार्ड 3 के एक व्यक्ति अशोक यादव ने उसपर काफी गंभीर आरोप भी लगाए हैं। जिसकी जानकारी सभी निगम अधिकारियों का है फिर भी जानबूझकर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे। हालांकि निगम ने कुछ समय पहले करीब दो दर्जन अवैध युनीपोल और होर्डिंग अलग-अलग स्थानों से हटाए थे लेकिन फिर भी काफी अवैध कारोबार अभी भी निगम में बैठे भ्रष्ट अधिकारियों की मिली भगत से चल रहा है। जबकि मुख्यमंत्री प्रेस के सामने इस बारे में यही अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि इसके बारे में कोई नई पॉलिसी बनने पर विचार जल्द किया जाए। अब देखना यह होगा कि अधिकारी इस मामले पर क्या कार्रवाई करते हैं।

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