योगी सरकार अयोध्या के रास्तों को सौंदर्यीकरण से चमकाएगी
सत्य खबर/अयोध्या:
अयोध्या को उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक राजधानी के रूप में विकसित करने का योगी सरकार का सपना अब हकीकत का रूप ले रहा है। अयोध्या को उसका त्रेतायुगीन गौरव लौटाने के साथ-साथ आधुनिकता और विरासत के समावेश के साथ विकसित करने की दिशा में ‘नव्य अयोध्या’ परियोजना बेहद सफल हो रही है। परियोजना के चरण-1 के तहत सभी कार्य पूरे हो चुके हैं और भव्य अयोध्या को मजबूत करने की नींव रखी जा चुकी है। अब सीएम योगी की मंशा के अनुरूप नव्य अयोध्या प्रोजेक्ट के फेज-2 के तहत काम शुरू कर दिया गया है. इसी क्रम में सीएम योगी के विजन के अनुरूप अयोध्या के प्रवेश मार्गों को मध्य औद्यानिक सौन्दर्यीकरण के माध्यम से चमकाने की विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है। इसी क्रम में योगी सरकार के निर्देशानुसार, अयोध्या नगर निगम अयोध्या में राष्ट्रीय राजमार्ग 28 के अंतर्गत सहादतगंज और लता चौक के बीच सरयू नदी के किनारे 24 किलोमीटर की दूरी में हरियाली के साथ सौंदर्यीकरण की प्रक्रिया पूरी करेगा. इसके माध्यम से राष्ट्रीय राजमार्ग के मध्य और तटबंध ढलानों को सजावटी फूलों और पेड़ों से सजाने और संरक्षित करने के लिए ठेकेदार को 5 साल की अवधि के लिए बाध्य करने की प्रक्रिया चल रही है। इन कार्यों को पूरा करने के लिए उचित जनशक्ति को भी काम पर लगाया जाएगा।
मीडियन लेन की प्रभावी सजावट सुनिश्चित की जाएगी
अयोध्या नगर निगम की देखरेख में हो रहे औद्यानिक सौन्दर्यीकरण के कार्य को नियुक्त ठेकेदार को शीघ्र पूरा करना होगा तथा इसे 5 वर्ष तक संरक्षित करने का कार्य भी करना होगा। इसके अलावा भी ठेकेदार को कई मानक सुनिश्चित करने होंगे। इनमें राष्ट्रीय राजमार्ग के मध्य और तटबंध ढलानों पर सजावटी पेड़, फूल और पौधे लगाना, स्थानीय वनस्पतियों और मूल वर्गों के वनस्पति आवरण का अध्ययन, सड़क के मध्य और ढलानों पर पड़े खरपतवार/वनस्पति और अवांछित मलबे को हटाना शामिल है। गलियों का प्रभावी कवरेज सुनिश्चित करना। ऐसा करने के लिए उचित संख्या में कर्मचारियों, वाहनों और मशीनरी को तैनात करना महत्वपूर्ण होगा।
मीडियन की सफाई 24×7 घंटे सुनिश्चित की जाएगी
यह सुनिश्चित किया जाएगा कि पूरी सड़क को हर समय साफ-सुथरा रखा जाए, साथ ही मध्य और तटबंध के ढलानों को कूड़े-कचरे, घास-फूस/मलबे/वनस्पति से मुक्त और धूल मुक्त रखा जाए। ठेकेदार को मध्य में रोपे गए पौधों में पानी भरने और क्षेत्र को धूल मुक्त रखने के लिए नियमित अंतराल पर मोटर चालित बोरवेल की सुविधा भी प्रदान करनी होगी और ये सभी कार्य भारतीय द्वारा तैयार किए गए प्रासंगिक दिशानिर्देशों के अनुसार करने होंगे। रोड कांग्रेस (आईआरसी-एसपी-21-2009)। विनिर्देशों के अनुसार पूरा किया जाना चाहिए। इसके अतिरिक्त, कार्यों को पूरा करने के लिए उचित जनशक्ति को भी प्रतिबद्ध करना होगा और सेवाओं पर तैनात सभी कर्मचारियों को उचित सुरक्षा पोशाक, गियर और आईडी प्रदान की जाएगी। इन माध्यिकाओं पर अयोध्या नगर निगम द्वारा जनता को अंग्रेजी एवं हिन्दी में आसानी से समझ में आने वाले साइनेज बोर्ड भी उपलब्ध कराये जायेंगे, जिसमें आपातकालीन संपर्क नंबर आदि की विधि एवं प्रदर्शन मुख्य फोकस रहेगा।
सुल्तानपुर रोड स्थित गेट कॉम्प्लेक्स का बजट संशोधित
योगी सरकार द्वारा 140 करोड़ रुपये की लागत से 6 भव्य गेट कॉम्प्लेक्स के निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। इसी क्रम में अयोध्या-सुल्तानपुर मार्ग पर 14.69 करोड़ रुपये खर्च कर भव्य गेट कॉम्प्लेक्स बनाने का प्रावधान था, लेकिन अब यह बजट बढ़ाकर 15.46 करोड़ रुपये कर दिया गया है. इसके माध्यम से 5 मंजिला गेट कॉम्प्लेक्स का निर्माण सुनिश्चित किया जाएगा जो कि अयोध्या के त्रेता युग के वैभव की परिकल्पना को साकार करता नजर आएगा।