सत्यखबर ,कैथल (हरियाणा),विपिन शर्मा
कहते हैं; कि प्रतिभा परिचय का मोहताज नहीं होती। कैथल के गांव मुंदड़ी के रहने वाले चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले लवलेश दत्त को किया गया सम्मानित। लवलेश के उत्पादों से आम जनता जीवन हो जाता है स्मार्ट | चाहे वह महिला सुरक्षा की बात हो चाहे स्वच्छता की बात हो चाहे दिव्यांगों की सहायता की बात हो चाहे कृषि क्षेत्र की बात हो लवलेश की उपलब्धि यह है, कि वह इन सभी क्षेत्रों में अपने उत्पादों के जरिए लोगों के जीवन को और भी आसान बना देता है|
पत्रकारों से बात करते हुए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के प्रो चांसलर डॉआर एस बाबा ने बताया कि लवलेश एक प्रतिभावान छात्र है, जबकि वह यूनिवर्सिटी में बीकॉम मैं पढ़ रहा है, परंतु उसका रुझान समाज के लिए कुछ अलग तरीके से करने का है जो कुछ इनोवेटिव भी हो और समाज हित में भी हो और आम आदमी के लिए हो। लवलेश ने सबसे पहले स्मार्ट डस्टबिन बनाया वह स्वच्छता अभियान से प्रभावित था| एक ऐसा डस्टबिन जिसके सामने कचरा ले कर जाने पर वह खुद ब खुद खुल जाता है और कचरा डालने के बाद थैंक यू बोलता है| इस तरह के डस्टबिन खास तौर पर स्कूलों में लगाए गए हैं ताकि बच्चे खेल-खेल में यह सीख जाएं कि कूड़ा कचरा डस्टबिन में डालना है|
इसी तरह उसमें किसानों के लिए भी एक जादुई छड़ी बनाई है| इसको खेत में लगा देने से यह जमीन, जमीन की नमी आद्रता तापमान और पानी की कमी को बताएगी वह भी घर बैठे | यदि किसी के खेत घर से काफी दूरी पर हैं तो घर बैठे अपने खेत की जानकारी ले सकते हैं खेत में किस चीज की कमी है ताकि उसे समय रहते पूरा किया जा सके| इस तरह के उत्पादों की वजह से लवलेश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित भी किया गया है और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने इन सभी उत्पादों का पेटेंट अपने खर्चे पर करवाया है और उसका भविष्य में जो भी लाभ होगा वह लवलेश को ही मिलेगा डॉक्टर आर.एस बाबा ने बताया कि हमारा उद्देश्य ऐसे बच्चों को आगे लाने का है| ताकि वह देश के लिए कुछ कर सके हम पूरी ट्रेनिंग देंगे पूरा खर्चा उठाएंगे और जो भी उन्होंने पेटेंट हमारे माध्यम से कराया इसका हम कुछ भी पैसा नहीं लेंगे जो भी फायदा होगा इन्हीं बच्चों का होगा ऐसी हमारी यूनिवर्सिटी की प्राथमिकता है|
लवलेश ने भी अपने उत्पादों के बारे में बारी- बारी से जानकारी दी और उसने बताया कि यह सभी उत्पाद आज के युग को देखते हुए आम जनजीवन को और सहूलियत देने के लिए बनाया गया है ताकि जरूरत पड़ने पर इनका प्रयोग किया जा सके यह सभी उत्पाद स्मार्ट हैं| आपके मोबाइल से जुड़ सकते हैं और आप को फायदा पहुंचा सकते हैं| इसमें जहां महिलाओं को फायदा होगा वही दिव्यांगों के लिए भी बड़ा फायदा होने वाला है| स्वच्छता अभियान में भी इसका फर्क पड़ेगा और किसानों भी अब और स्मार्ट हो जाएंगे और ज्यादा मुनाफा कमा सकेंगे लवलेश दत्त ने कहा कि उनकी रूचि शुरू से ही क्रिएटिव कामों में रहे हैं और आगे भी हो इस तरह के काम करते रहेंगे 4 उत्पादों को उन्होंने पेटेंट करवाया है जिसके लिए उन्हें सम्मानित भी किया गया है।
Scrap aluminium repurposing Scrap aluminium processing techniques Metal scrap collection services