सत्य खबर पंचकूला (उमंग) – मानेसर लैंड घोटाले मामले में हुई सुनवाई।सुनवाई में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित अन्य आरोपी हुए पेश।सुनवाई में आज सीबीआई ने बचाव पक्ष को देने थे बाकि के डाक्यूमेंट्स।आज भी सीबीआई ने बचाव पक्ष को नहीं दिए बाकि के डाक्यूमेंट्स।कोर्ट ने सीबीआई से बाकि बचे डाक्यूमेंट्स अगली सुनवाई से पहले देने को कहा।मामले की अगली सुनवाई 16 नवंबर को होगी।
क्या हुआ था पिछली सुनवाई में :-
वहीं पिछली सुनवाई के दौरान चालान की स्क्रूटनी में कई दस्तावेजों की कमी पाई गई थी जिसकी मांग बचाव पक्ष के वकील ने की थी। चालान की चेकिंग के बाद ही सभी आरोपियों को सौंपी जा सकती है चालान की कॉपी और जल्द हो सकते हैं आरोप तय।
आज मामले की सुनवाई में क्या होने की संभावना थी :-
मामले में आज सीबीआई द्वारा बचाव पक्ष को सौंपे जा सकते हैं चालान से संबंधित डॉक्यूटमेंट्स। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित 34 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट फाइल की गई थी।
क्या है पूरा मामला:-
इस मामले में आरोप है कि अगस्त 2014 में निजी बिल्डरों ने हरियाणा सरकार के अज्ञात जनसेवकों के साथ मिलीभगत कर गुड़गांव जिले में मानसेर, नौरंगपुर और लखनौला गांवों के किसानों और भूस्वामियों को अधिग्रहण का भय दिखाकर उनकी करीब 400 एकड़ जमीन औने-पौने दाम पर खरीद ली थी। कांग्रेस की तत्कालीन हुड्डा सरकार के कार्यकाल के दौरान करीब 900 एकड़ जमीन का अधिग्रहण कर उसे बिल्डर्स को औने-पौने दाम पर बेचने का आरोप है।
पंचकूला की सीबीआई कोर्ट के स्पेशल जज कपिल राठी की कोर्ट में सुनवाई चल रही है। जिसमे हुडडा के अलावा एम एल तायल, छतर सिंह , एस एस ढिल्लों , पूर्व डीटीपी जसवंत सहित कई बिल्डरों के खिलाफ चार्ज शीट में नाम आया है। मानेसर जमीन घोटाले को लेकर सीबीआइ ने हुड्डा सहित 34 के खिलाफ 17 सितंबर 2015 को मामला दर्ज किया था। इस मामले में ईडी ने भी हुड्डा के खिलाफ सितंबर 2016 में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था। ईडी ने हुड्डा और अन्य के खिलाफ सीबीआइ की एफआइआर के आधार पर आपराधिक मामला दर्ज किया था। कांग्रेस लगातार इस कारर्वाई को सियासी रंजिश का नाम दे रही है।
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