सत्यखबर,अंबाला (राजकुमार शर्मा)
पिछले लंबे समय से बीजेपी और जेजेपी नेताओं को ग्रामीण इलाकों में ही किसानों के विरोध के सामना करना पड़ रहा था…लेकिन अब बीजेपी नेताओं का विरोध शहरी इलाकों में भी होना शुरु हो गया है…आज अंबाला शहर के विधायक असीम गोयल को शहर के बांस बाजार में स्तिथ पुराने चौक के नवीनीकरण का उद्घाटन करना था जिसके लिए विधायक को 10 बजे कार्यक्रम में पहुँचना था….लेकिन किसानों ने 9 बजे ही चौक के पास डेरा जमा लिया और किसानों के विरोध के चलते विधायक असीम गोयल को अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा….किसानों का कहना है कि हमने सभी विधायकों से अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार के खिलाफ वोट करने की अपील की….लेकिन विधायकों ने सरकार को चुना…ऐसे में उनका विरोध इसी तरह लगातार जारी रहेगा.
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वहीं चौंक के नाम को लेकर भी उस समय विवाद पैदा हो गया है….जब लोगों को भनक लगी कि प्रशासन पम्मी चौक के नाम में भी कुछ बदलाव करने जा रहा है…इसको लेकर भी स्वर्गीय इंद्रपाल पम्मी के परिवार और स्थानीय लोगों में काफी रोष है…पूर्व पार्षद स्वर्गीय इंद्रपाल पम्मी के बेटे सन्नी ने बताया कि ये चौंक 2010 में उनके पिता के नाम पर बनाया गया था… जोकि समाजसेवी ओर नगर परिषद के चेयरमैन थे…वो 2 बार इस क्षेत्र से पाषर्द भी रहे थे…उनकी मौत एक कार दुर्घटना में हो गई थी….अपनी छवि ओर कामों के कारण वो लोगों के दिलों में बसते थे…इसी कारण उनके नाम पर 2010 में इस चौक का निर्माण किया गया था.
बता दें कि किसानों का साफ कहना है कि जब तक कृषि कानूनों वापस नहीं होते उनका आंदोलन जारी रहेगा….और वो सरकार के नेताओं का यूं ही विरोध करते रहेंगे..तो वहीं दूसरी और स्वर्गीय पम्मी के बेटे का कहना है कि प्रशासन द्वारा इस चौक का नवीनीकरण करने के बाद नाम मे भी कुछ बदलाव किया जा रहा है….जोकि बिल्कुल गलत है वो प्रशासन से यही निवेदन करते है कि इस चौक का नाम पहले की भांति पम्मी चौंक ही रखा जाए.
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