सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
अखिल भारतीय किसान सभा, तह. नरवाना आढ़ती एसोसिएशन द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन का समर्थन करती है। मा. बलबीर सिंह, वरिष्ठ किसान नेता ने सरकार से अपील की है कि आढ़तियों की जायज मांगों को सरकार ने मानना चाहिए और जब देश महामारी से पीडि़त है, तब किसानों को ऑनलाइन फसल ब्यौरा देने के लिए कहना किसी भी तरह से उचित नहीं है। जब सरकार फसल का दाना दाना खरीदने का वायदा करती है तो फिर ऑनलाइन क्यों? अभी तक सरसों बेचने वाले मु_ी भर किसान ही मंडियों में पहुंचे हैं, लेकिन उनकी फसल समय पर खरीदी नहीं जा रही है, तो कल से शुरू होने वाली गेहूं की खरीद आशंकाओं से घिर जाती है। कोरोना वायरस की वजह से जहां औद्योगिक और निर्माण मजदूरों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है, इस संकट की घड़ी में सरकार ने किसानों और आढ़तियों को परेशान करने की बजाय उनकी मदद करनी चाहिए। किसानों की बर्बाद हुई फसलों की गिरदावरी अभी नहीं की गई है और जहां गिरदावरी हुई है, वहां गांव को इकाई मानकर किसानों को मुआवजे से वंचित किया जा रहा है। यह किसी भी तरह से उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि किसान और आढ़तियों का एक गहरा और सदियों पुराना रिश्ता है। किसान की हर रोज की जरूरतों को बैंक और सरकार पूरा नहीं कर सकते, इसीलिए फसल खरीद की पुरानी प्रणाली को जारी रखा जाए। इस अवसर पर होशियार सिंह खरल, जोगीराम बेलरखा और राजवीर गुरुसर आदि मौजूद रहे।
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