सत्य खबर,वाशिंगटन
अफ गानिस्तान से 11 सितंबर तक अमेरिकी बलों की पूर्ण वापसी का ऐलान किया गया है। इनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए अमेरिका युद्ध प्रभावित इस देश में अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा सकता है। अमेरिका के रक्षा विभाग पेंटागन ने यह जानकारी दी है।
पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा इस संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है कि कुछ समय के लिए अफगानिस्तान में अतिरिक्त क्षमता बढ़ाई जाएगी ताकि राष्ट्रपति द्वारा तय की गई समय सीमा तक बलों की सुरक्षित, व्यवस्थित और सुनियोजित वापसी सुनिश्चित हो सके। हालांकि किर्बी ने यह भी कहा कि मैं अभी यह नहीं बता सकता कि यह प्रक्रिया कैसे होगी और इस दौरान कितने सैनिकों की तैनाती की जाएगी। राष्ट्रपति जो बाइडन ने गत बुधवार को ऐलान किया था कि अफ गानिस्तान से 11 सितंबर तक अमेरिकी बलों को वापस बुला लिया जाएगा।
बाइडन ने कहा था कि हजारों सैनिकों को केवल एक देश की सुरक्षा पर केंद्रित करना और अरबों डॉलर खर्च करना सही निर्णय नहीं है। अफ गानिस्तान में अभी ढाई से तीन हजार अमेरिकी सैनिक हैं।अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी का रास्ता पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ही तैयार किया था। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान अनेकों बार इस बात को दोहराया कि अफ गान से अपनी सेना वापसी के लिए प्रतिबद्ध हैं।
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फरवरी 2020 में अमेरिका और तालिबान के बीच समझौता ट्रंप के इस फैसले पर मंजूरी देने जैसा ही था। इसमें कहा गया था कि अमेरिकी फौज को 1 मई तक अफगानिस्तान से वापस ले जाया जाएगा। हालांकि अमेरिका में सरकार के बदलने और जो बाइडन के सत्ता में आने के बाद इस समझौते में बदलाव किया गया और अमेरिकी सेना की वापसी की समय सीमा सितंबर तक के लिए बढ़ाई गई।
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