सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
आज जब देश कोरोना के भयंकर संकट से गुजर रहा है, वहीं किसानों की खुशहाली दर्शाता बैशाखी के त्यौहार ने भी दस्तक दी है। मगर इस त्यौहार को एक तो कोरोना ने फीका कर दिया है, दूसरे देश के अन्नदाता को अपनी फसल काटने का बोझ सताए हुए है कि कैसे वह अपनी फसल को घर ला पाएगा। इसलिए सरकार स्वास्थ्य कर्मी, पुलिस कर्मचारियों आदि के साथ इस कोरोना वीर किसान की भी सुने। यह कथन किसान नेता तथा सर्वजातीय बिनैन खाप के प्रवक्ता रघबीर नैन ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहे। नैन ने कहा कि सरकार पहले तो किसान की फसल का एक-एक दाना खरीदे और लागत मूल्य के हिसाब से भाव तय करे। जबकि कोरोना के चलते सरकार डॉक्टरों तथा स्वास्थ्य कर्मियों का तो वेतन डबल करने का एलान कर चुकी है, लेकिन खुद भूखे रहकर दुनिया के पेट भरने वाले इस संघर्षशील इंसान को भी कोई पैकेज दे। जिससे ये कोरोना से लडऩे के साथ-साथ अपने परिवार को अच्छी तरह सम्भाल सके।
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