सत्य खबर, यमुनानगर, सुमित ऑबराय
एसआरसी का मुद्दा पूरे देश मे गरमाया हुआ है। शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने एनआरसी पर बोलते हुए कहा कि एनआरसी की शुरुआत हमने नहीं की है। पहले जब राजीव गांधी जी प्रधानमंत्री थे तब असम में बहुत आंदोलन हुआ था। स्टूडेंट्स की एक सरकार बनी थी। उस समय इस प्रकार का एक समझौता हुआ था। उस पर कार्रवाई हुई। जो यह बात हुई थी घुसपैठिए हमको बाहर निकालना है उस पर कार्रवाई कुछ नहीं हुई। उसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस पर संज्ञान लिया अब यह सब सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में कार्रवाई इस समय हो रही थी। लेकिन क्योंकि कांग्रेस वोट के लिए जानबूझकर जनता को भड़का रही है। और वह यह कहती है कि यह मुसलमानों के खिलाफ है यह कानून मुसलमानों के खिलाफ नहीं हैं। यह कानून घुसपैठियों के खिलाफ है।
ममता बनर्जी जब चुनाव लड़ती हैं तो वह अपने घोषणापत्र में घुसपैठियों के समर्थन में बोलती हैं।अभी तो देश की जनता ने फैसला कर लिया ,कौन सही है कौन गलत है कांग्रेसी यह चाहती है कि घुसपैठियों को देश में रखना ममता बनर्जी यही चाहती है और इसी प्रकार से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और सपा यह जिस प्रकार से इसका विरोध कर रहे हैं मैं समझता हूं यह सारा विरोध बिल्कुल मैं समझता हूं। एक तरीके से ही है राष्ट्र विरोध है। घुसपैठियों के लिए कोई भी देश ऐसा नहीं है जो घुसपैठियों को वहां रहने की इजाजत देता हो। जिस प्रकार से ये cab कैब को उसके साथ जोड़ रहे हैं। अगर जो लोग पाकिस्तान से जिस प्रकार से आए हैं वह रोजगार के लिए यहां नहीं आए तो अपने धर्म को बचाने के लिए मान सम्मान को बचाने के लिए आये।इ और इसलिए वह चाहते हैं कि उन्हें भारत की नागरिकता मिलनी चाहिए। जब देश का विभाजन हुआ ऐसा नहीं था यहां की सरकारों ने कर दिया।
जो लोग वहां रह गए बेचारे उन्हें था कि जैसा हिंदुस्तान में है और यहां पर भी ऐसा समानता का व्यवहार होगा ।पर उनके साथ इस प्रकार का व्यवहार नहीं हुआ वह चीज प्रैक्टिकल है उसको आप चेक कर सकते हैं। ऐसा नहीं है मेरे कहने से या बीजेपी के कहने से या किसी के कहने से हैं जो 23:00 पर्सेंट लोग हैं वो कम होकर 1:30 पर्सेंट रह जाते हैं। इसका मतलब अत्याचार हो रहा है उन लोगों को समाप्त किया जा रहा है उनकी नस्ल को समाप्त किया जाए अपने धर्म को बचाने के लिए विचार को बचाने के हिंदुस्तान में आना चाहते हैं तो उनका अधिकार भी है।
वह लोग हिंदुस्तान में आना चाहते हैं तो यह उनका अधिकार भी है। यह अधिकार हमने नहीं यही बात पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भी कही थी उस वक्त उस समय डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने भी यही बात कही स्वयं महात्मा गांधी जी ने भी यही बात कही और अभी जब मनमोहन सिंह जी देश के प्रधानमंत्री थे उन्होंने भी यही बात कही ।इनके बारे में हमें विचार करना चाहिए अशोक गहलोत ने भी चिट्ठी लिखी इनके ऊपर विचार होना चाहिए। क्योंकि इनके साथ बहुत बड़ी बेइंसाफी हो रही है सरकार ने वही कानून पास किया। जो लोग इस प्रकार से थे दोनों चीजों में बहुत बड़ा अंतर है 1 लोग हैं जो रोजगार के लिए किसी काम के लिए किसी देश में घुसपैठ कर रहे हैं।
अगर हमारे देश का कोई आदमी अमेरिका में या दूसरे देश में घुसपैठ करेगा रोजगार के लिए तो कोई उसको सहन नहीं करेगा। लेकिन किसी से के साथ अत्याचार होगा तो निश्चित तौर पर वह देश उस बारे में विचार करेगा ।उनके साथ अन्याय हो रहा है इनको शरण देनी चाहिए या नहीं चाहिए। जिनके साथ अन्याय हुआ है उनको शरण देने के लिए सरकार ने कानून बनाया। लेकिन कांग्रेस यह चाहती है यह घुसपैठिए हैं देश में उनको भी नागरिकता मिलनी चाहिए। यह गलत है यहां पर किसी की नागरिकता खत्म करने का कोई सवाल नहीं है किसी को डरने की जरूरत नहीं है किसी का भी अधिकार समाप्त करने के लिए नहीं है ।केवल ऐसे जो घुसपैठिए हैं वह यहां से निकलने चाहिए और जो लोग प्रताड़ित हैं इन देशों में उनको यहां आने का अधिकार है। पूरे देश की जनता इसका स्वागत भी कर रही है। कुछ पक्ष में भी हैं ।लेकिन कुछ लोग देश में अफरा-तफरी मच आना चाहते हैं वह सारे के सारे इसका विरोध कर रहे हैं सरकार मजबूती के साथ इसका पालन करेगी।
शिक्षा मंत्री गोपाल गुर्जर ने आगे बोलते हुए कहा कि जब से नरेंद्र मोदी इस देश के प्रधानमंत्री बने हैं देश में कानून व्यवस्था बहुत अच्छी है। जो भ्रष्टाचार है वह खत्म हुआ है ।बिल्कुल एक अलग तरह से चला है पिछली बार जितनी सीट थी उससे भी ज्यादा सीट मिली है जन समर्थन बढ़ता जा रहा है ।इसलिए जो ऐसी ताकतें थी जिनके पास ऐसी योग्यता नहीं थी जो लोग भ्रष्ट थे वह इस प्रकार की राजनीति करना चाहते हैं ।मजहब की पॉलिटिक्स लोगों को भड़का कर लड़ा कर राजनीति करना चाहते। काम करने की काबिलियत उनके पास नहीं थी आज भी सोचते हैं उनका नाम इसलिए कि वह कोई काम करेंगे या सुधार करेंगे ।उनके पास इस प्रकार की राजनीति है। वो लोगों को डरा रहे हैं पहले वह डराते थे कि जनसंघ अगर आएगा जन संघ अगर आएगा तो मुसलमानों को बाहर निकाल देंगे उसके खिलाफ काम करेगा कभी उसके खिलाफ काम करेगा ।लोगों ने 5 साल के अंदर देख लिया बीजेपी ने जो भी काम किए वह सबके लिए हैं नियम कानून उसमें से जो भी काम है सबके लिए कानून व्यवस्था तो पूरे समाज को फायदा हो । लोगो को बहकाने का काम सपा ममता बनर्जी अरविंद केजरीवाल जैसे लोग जानबूझकर इसलिए कर रहे हैं। लोगों को बहका कर कानून व्यवस्था को खराब किया जाए ।लेकिन मैं बड़ी जिम्मेदारी के साथ ही कह रहा हूं कानून व्यवस्था को बिल्कुल ठीक किया जाएगा। और इस प्रकार के जो असामाजिक तत्व हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
वहीं उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस मामले में राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं। सौ परसेंट इस मामले का सब लोगों को पता है जो अनपढ़ आदमी है उसे भी पता है इ।स बात पर जो यह सब किया जा रहा है देश के खिलाफ किया जा रहा है एक षड्यंत्र है ।और ऐसा नहीं है सोते व्यक्ति को आप जगा सकते हो लेकिन जागते हुए व्यक्ति को कैसे जागोगे। आप यह जागे हुए लोग हैं इनको कैसे दिखाओगे। सारी बात का पता है कानून बना है और राष्ट्रहित में बना है। जो प्रताड़ित लोग थे उनके हित में बना है जो लोग अवैध रूप से घुसपैठ करके इस देश में रह रहे थे अव्यवस्था फैला रहे हैं उनके खिलाफ बना है।यह कानून किसी मुसलमान के खिलाफ नहीं है और किसी भी व्यक्ति के खिलाफ नहीं है। ना किसी की नागरिकता समाप्त करने के लिए नागरिकता देने का है। नागरिकता समाप्त करने का नहीं।
नागरिकता देने का उन लोगों को जो वंचित हैं जो प्रताड़ित हैं उनको यह कानून किसी के खिलाफ नहीं है। मैं समझता हूं कि सब को इस बात की जानकारी है कुछ राजनीतिक दल अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए इस प्रकार का काम कर रहे है। वहीं यदि इस प्रकार की अवस्था फैलाने में कोई भी दल होगा कोई भी व्यक्ति ऐसा काम करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कारवाई होगी। अगर जो कोई भी भड़काने का काम करेगा। लोगों को समझ आ चुकी है इस बात की और मैं समझता हूं जल्दी ही ये है सब समाप्त हो जाएगा।
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