सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
रोडवेज उपकेंद्र नरवाना में ड्यूटी क्लर्क के रूप में अपनी सेवा दे रहे नरेंद्र श्योकंद की लॉकडाउन अवधि में ज्यादा जिम्मेदारी बढ़ गई है, क्योंकि इस महामारी में प्रवासी मजदूरों को छोडऩे के लिए कितनी बसों की आवश्यकता है, वो उच्चाधिकारियों के आदेश आते ही तुरंत मुहैया करवाते हैं। इसके अतिरिक्त किस चालक-परिचालक को बाहर दूसरे राज्यों मेें भेजना है और कितने कर्मचारियों की मोबाइल स्वास्थ्य टीम में ड्यूटी लगानी है, इसके लिए वो हर दम तैयार रहते हैं। उनका मानना है कि एमरजैंसी में कार्य करने से मन तो प्रसन्न रहता ही है, साथ में इस महामारी में आपसी सहयोग की भावना भी बढ़ती है। उनका कहना है कि हमारा फर्ज है कि मुसीबत के समय में पीछे नहीं हटना चाहिए, बल्कि आगे आकर लोगों की मदद करनी चाहिए।
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