सत्यखबर
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के केदारनाथ दौरे को निराशाजनक बताया है। पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति अध्यक्ष हरीश रावत ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी परंपराओं व मान्यता को रौंदकर चले गए। मोदी के दौरे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने राज्य के आपदा प्रभावितों की सहायता को धनराशि और केदार क्षेत्र के भविष्य की योजनाओं पर स्वीकृति नहीं दी। उन्होंने कहा कि केदार धाम में राष्ट्रपति भी आए। इंदिरा गांधी भी आईं। राहुल गांधी पैदल चलकर पहुंचे। मुख्यमंत्री तो आते रहे हैं। वह भी मुख्यमंत्री के रूप में केदारनाथ गए। हर बार गर्भगृह में भगवान केदारनाथ के सामने ध्यानस्थ भी रहे, लेकिन उस क्षण की फोटो खींचने की हिम्मत नहीं आई।रावल और केदारनाथ मंदिर समिति ने जो लक्ष्मण रेखा खींची थी, उसका आदर किया गया।
प्रधानमंत्री ने इस बार गर्भगृह से सीधा प्रसारण कराया। मंदिर के प्रांगण से राजनैतिक उद्देश्य को लेकर भाषण किया गया और उसको सरकारी संचार माध्यमों से प्रसारित किया गया। उनके आगमन का स्वागत कर उन्होंने गलती की। केदारनाथ में रोपवे सहित नए निर्माण कार्य की स्वीकृति प्रदान नहीं की गई।नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देवस्थानम बोर्ड का विरोध कर रहे तीर्थ-पुरोहितों की सुध नहीं ली। कांग्रेस इसकी निंदा करती है। प्रधानमंत्री पाकिस्तान को आंख दिखाते हैं, लेकिन चीन की आंख में आंख डालकर देखने से डरते हैं। उन्हें सेना पर राजनीति करने से बचना चाहिए। कांग्रेस की तत्कालीन केंद्र सरकार ने केदारनाथ से तबाह हुए क्षेत्र के पुनरोद्धार के लिए आठ हजार करोड़ का पैकेज दिया था। मौजूदा केंद्र सरकार ने वह पैकेज भी पूरा नहीं दिया।
ये भी पढ़ें… किसानों के हिरासत में लिए जाने पर किसानों ने लगाया जाम, जानिए कहां
किसानों की आय दोगुनी करने और कर्ज माफी के वायदे पूरे नहीं हो पाए।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि प्रधानमंत्री का केदारनाथ दौरा राजनीतिक सैर-सपाटा रहा है। राज्य की जनता को प्रधानमंत्री से बहुत उम्मीदें थीं, लेकिन एक बार फिर उन्हें ठगा गया। उन्होंने हमारी धार्मिक मान्यताओं, परम्पराओं व नियमों को राजनैतिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए तोड़ा। मोदी ने यह संदेश देने की कोशिश की वह भगवान केदारनाथ से भी बड़े हैं। पिछली कांग्रेस सरकार ने आदि गुरु शंकराचार्य की समाधि स्थल बदलकर आस्था से खिलवाड़ किया है।
Scrap aluminium circular supply chain Aluminium scrap slag processing Industrial scrap metal recycling