सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
किसान देश का अन्नदाता होता है। प्रदेश में किसानों की आमदनी से ही विकास की गति का पहिया घूमता है, जबकि किसानों को टयूबवैल के कनैक्शनों पर एस्टीमेट के माध्यम से जीएसटी के नाम पर लूट की जा रही है। पूर्व विधायक पिरथी नंबरदार एवं किसान नेता ईश्वर नैन खरल ने बताया कि किसानों को खेतों में टयूबवैल कनैक्शन लगवाने के लिए जिन उपकरणों की आवश्यकता होती है, उन पर 18 प्रतिशत जीएसटी सरकार द्वारा निर्धारित है जोकि एस्टीमेट में लिया जा रहा है। उसके बाद भी 18 प्रतिशत जीएसटी जोड़कर जो कुल कीमत निकलती है, उस पर फिर दुबारा 18 प्रतिशत और जीएसटी लगाकर बिजली विभाग द्वारा जमा करवाया जा रहा है, जोकि किसानों के साथ सरासर नाइंसाफी है। किसानों पर पड़ रही जीएसटी की दोहरी मार से हल्का के किसान एवं जमीदार वर्ग बहुत ही परेशान है। उन्होंने कहा कि किसानों की इस समस्या बारे उच्चाधिकारियों से मिलकर उनके संज्ञान में लाया जाएगा और किसानों को आ रही जीएसटी की इस खुली लूट की समस्या को दूर करने की आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
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