सत्यखबर, नई दिल्ली
दिल्ली पुलिस ने टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के धरना स्थल के पास लगाए गए बैरिकेड हटा लिए हैं। गुरुवार रात टिकरी बॉर्डर से और इसके बाद शुक्रवार को गाजीपुर सीमा से बैरिकेड्स हटाए गए हैं। इसको लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा है कि बैरिकैड्स की तरह नए कृषि कानूनों को भी वापस लेना होगा। शुक्रवार दोपहर राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, अभी तो सिर्फ दिखावटी बैरिकेड हटे हैं, जल्दी ही तीनों कृषि विरोधी क़ानून भी हटेंगे। अन्नदाता सत्याग्रह जिंदाबाद! बता दें कि दिल्ली की सीमाओं- गाजीपुर बॉर्डर, टीकरी बॉर्डर और सिंघु बॉर्डर पर किसानों की धरना चल रहा है। बीते साल नवंबर में किसानों को पुलिस ने दिल्ली की सीमाओं पर रोकते हुए बैरिकेड, दीवारों और कीलें सड़कों पर लगा दी थीं। दिल्ली पुलिस ने अब टीकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर से बैरिकेड हटा लिए हैं। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि सरकार की तरफ से आदेश है इसलिए हम बैरिकेडिंग हटा रहे हैं।
किसान बोले- सच सामने आया किसने रोका था रास्ता
सुप्रीम कोर्ट में ने किसान आंदोलन के चलते बंद रास्ते को खुलवाने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए हाल ही में कहा ता कि किसी भी नागरिक की तरह किसानों को भी प्रदर्शन करने और अपना विरोध दर्ज कराने का पूरा अधिकार है लेकिन सड़कों को अनिश्चित काल के लिए बंद नहीं रखा जा सकता है। इसका कोई हल निकाला जाना जरूरी है। जिसके बाद किसानों ने कहा था कि उनकी ओर से नहीं बल्कि सरकार ने रास्ता बंद किया है। बैरिकैड हटने के बाद किसानों ने कहा है कि अब ये सच जनता के सामने आ गया है कि रास्ते हमने नहीं पुलिस ने बंद किए हुए थे।
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अपनी मांगों को लेकर 10 महीने से धरने पर किसान
बीते साल जून में केंद्र सरकार तीन नए कृषि कानून लेकर आई थी, जिनमें सरकारी मंडियों के बाहर खरीद, अनुबंध खेती को मंजूरी देने और कई अनाजों और दालों की भंडार सीमा खत्म करने जैसे प्रावधान किए गए हैं। इसको लेकर किसान जून, 2020 से ही आंदोलनरत हैं और इन कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। शुरू में ये आंदोलन राज्यों तक रहा लेकिन केंद्र सरकार की ओर से प्रदर्शन पर ध्यान ना देने की बात कहते हुए 26 नवंबर, 2020 को देशभर के किसानों ने दिल्ली की ओर कूच किया। पुलिस के दिल्ली की सीमाओं पर रोक देने के बाद किसान हरियाणा को जोड़ने वाले सिंधु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर गाजीपुर बॉर्डर और दिल्ली के दूसरे बॉर्डर पर धरने पर बैठ गए। जहां लगातार दिन-रात उनका धरना चल रहा है। दिल्ली के बॉर्डरों पर किसानों के धरने को करीब 10 महीने हो गए हैं।
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