सफीदों, (महाबीर)
धान की कटाई के साथ ही गेहूं की बिजाई शुरू होने वाली है। ऐसे में इस क्षेत्र के अनेक उन किसानों को करनाल के भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान से बीज के लिए संस्थान से बुलावे का इंतजार है जिन्होने हाल ही में संस्थान द्वारा जारी कार्यक्रम में गेहूं की कई नवीनतम किश्मों के बीज के लिए ऑनलाईन पंजीकरण किया है। इस बारे संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डाक्टर सतबीर सिंह ने बताया कि पिछली सप्ताह बीज चाहने वाले किसानों की पंजीकरण प्रक्रि या पूरी हुई है लेकिन अभी तक यह फैसला नहीं लिया गया है कि किसानों को यह बीज उनके घर भिजवाया जाए या कम सं या मे बारी-बारी उन्हें संस्थान बुलाकर बीज दिया जाए।
इधर पंजीकृत किसानों का कहना है कि संस्थान को जो करना है उसमे विलंभ ना करे ताकि बिजाई में विलंब ना हो। बता दें कि इस संस्थान ने गेहूं की नई किश्मों डीबीडब्ल्यू 222 (करण नरेंद्रा), डीबीडब्ल्यू 187 (करण वंदना), डीडीडब्ल्यू 47 (ड्यूरम) व जौ की वैरायटी डीडब्ल्यूआरबी 160 के लिए इच्छुक किसानों का ऑनलाईन पंजीकरण किया है जिन्हें दस-दस किलो की बीज किट दी जानी हैं।
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