सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
अनाज मंडी व परचेज सेंटरों पर गेहूं बेचने के लिए किसानों को मोबाइल पर मैसेज आने का इंतजार करना पड़ रहा है। इसका कारण यह है कि मार्केट कमेटी के अधिकारियों को आढ़तियों ने अभी तक किसानों के नाम उपलब्ध नहीं करवाये हैं। जो आढ़तियों ने नाम दिये हैं, उन किसानों के पास मैसेज नहीं आया है। दूसरी समस्या यह बनी हुई है कि किसानों के पास मैसेज पहले आ जाता है और गेहूं बाद में कटती है। जिससे किसानों को मंडी में गेहूं बेचने के लिए दोबारा अपडेट करवाना पड़ रहा है। आढ़तियों ने बताया कि कई आढ़तियों के गेट पास ज्यादा काट दिये गये हैं और कई के अभी तक एक भी नहीं कटा है। जिस कारण आढ़ती किसान को गेहूं बेचने से कब तक रोक सकता है। आढ़तियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि मार्केट कमेटी के अधिकारी अपने चहेतों को ही गेट पास उपलब्ध करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने उनको आश्वासन दिया था कि आढ़तियों की हर समस्या को हल कर दिया जायेगा। लेकिन अभी शुरूआत में ही उनको समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है। वहीं उन्होंने कहा कि ऑनलाइन बिल चढ़ाने में दिक्कतें पेश आ रही हैं।
गेहूं की लिफ्ंिटग हो रही है धीमी
मंडियों में गेहूंं की आवक में जहां तेजी दिखाई दे रही है। वहीं गेहूं की लिफ्ंिटग बहुत धीमी गति से चल रही है। जिस कारण मंडियों में खुले आसमान के नीचे गेहूं की ढेरियां लग गई है। किसान फसल बेचने के लिए मंडियों में आ रहे हैं, तो उनको कच्चे में गेहूं उतारनी पड़ रही है। आढ़तियों ने कहा कि परचेज की गेहूं की लिफ्ंिटग में तेजी लाई जाये। नरवाना मंडी मेें शनिवार को 36 हजार क्विंटल, दनौदा में 10 हजार, फरैण में 360 क्विंटल, खरल में 6690 क्विंटल की खरीद हुई है। मंडियों में लाखों क्ंिवटल गेहूं की खरीद हो चुकी हैं, वहीं लिफ्ंिटग नाममात्र ही हुई है।
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मंडियों में गेहूं की लिफ्ंिटग किन कारणों से धीमी चल रही है। इसका पता लगाया जायेगा। ट्रांसपोर्ट ठेकेदार को ज्यादा से ज्यादा गाड़ी उपलब्ध करवाने के आदेश दिये जायेंगे।
जोगेंद्र सिंह, सचिव
मार्केट कमेटी, नरवाना।
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