सत्यखबर जाखल (दीपक) – उपमंडलाधीश नवीन कुमार ने जाखल व आस-पास के क्षेत्र में बने खरीद केंद्रों पर आने वाले किसानों से आग्रह किया है कि गेहूं की खरीद 20 अप्रैल से शुरु होगी। किसानों को फसल बेचने में कोई परेशानी न हो इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक प्रबंध कर लिए गए है। उन्होंने किसान भाईयों से अपील है कि वे 20 अप्रैल से पहले मंडियों में गेहूं न लेकर आए। सभी किसान नमी के नियमों का ध्यान रखें और सुखा गेहूं ही मंडी में लाएं। उन्होंने किसानों से यह भी आग्रह किया कि वे गेहूं काटते वक्त व मंडी में गेहूं लाते वक्त सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखें। कृषि उपकरणों को सेनेटाईज करें। मंडियों में ग्रुप बनाकर मत बैठे। हुक्का आदि का परहेज करें, किसी के साथ शेयर तो बिल्कुल न करें।
उन्होंने कहा कि किसान मंडी में गेहूं मार्केट कमेटी सचिव व आढ़ती से बात कर लाएं। आढ़तियों को कुपन दिए जाएंगे और कुपन के हिसाब से क्रमवार गेहूं लानी है ताकि मंडियों में भीड़ न हो, इसमें आपकी और समाज दोनों की सुरक्षा है। उन्होंने कहा कि सरकार के आदेशों की पालना में गेहूं मेरी फसल मेरा ब्यौरा में पंजीकृत किसानों की ही खरीदी जानी है, इसलिए यदि आपने इस पोर्टल पर स्वयं को पंजीकृत नहीं करवाया है तो 19 अप्रैल तक पंजीकृत करवा लें। अन्यथा गेहूं बेचने में असुविधा के लिए किसान स्वयं जिम्मेवार होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार किसान की फसल का दाना-दाना खरीदेगी, इसलिए किसी तरह की अफरा-तफरी न फैलाएं और जल्दबाजी न करें। गेहूं खरीद में लगे कर्मचारियों व एजेंसियों का सहयोग करें और उनके साथ मित्रवत पेश आएं।
उन्होंने कहा कि सभी किसान मास्क पहनकर व हाथों को सेनेटाईज कर गेहूं की कटाई करें और मंडी में मास्क पहन कर आएं। मंडी में शौचालयों की सफाई में सहयोग करें। मंडी में आते हुए घर का बना खाना लाएं। बाजार से कोई वस्तु खरीदकर खाने से पहले सुनिश्चित करें कि खाद्य सामग्री सेनेटाईज है या नहीं। फल इत्यादि भी धोकर ही खाएं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के चलते देश आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है। छोटे कर्मचारी से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तक ने अपने वेतन से सहयोग किया है। सभी किसानों से अपील है कि वह भी अपने गेहूं का एक अंश मुख्यमंत्री राहत फंड में देकर सहयोग करें। देश बचेगा तो ही हमारी फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीददारी होगी, इसलिए आओ सभी मिलकर कोरोना संकट से निपटने में अपना योगदान दें।
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