किसानों से फसल विविधिकरण को अपनाने का किया आह्वान
सत्य खबर जींद, महाबीर मित्तल: उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने बताया की धान बिजाई का समय आ रहा है। किसान पारंपरिक विधि से धान की पौध तैयार करके आगामी 15 जून से धान की रोपाई कर सकते हैं। इस विधि में पानी के साथ-साथ लेबर व समय भी बहुत ज्यादा लगता है, जिससे खर्च में वृद्धि होती है। इस खर्च को कम करने के लिए किसान धान की सीधी बिजाई डीएसआर मशीन से कर सकते हैं। डीसी डॉ. आदित्य दहिया ने बताया की जून का पहला सप्ताह सीधी बिजाई के लिए उपयुक्त होता है। पहला पानी बिजाई के लगभग 21 दिन बाद लगाया जाता है। इस विधि से बिजाई करने में 15 से 2० प्रतिशत तक पानी की बचत होती है, खरपतवारों की समस्या कम होती है व जड़े गहरी जाने के कारण लौह तत्व की समस्या बहुत कम होती है। उपायुक्त ने किसानों से आग्रह किया है कि वे ज्यादा से ज्यादा डीएसआर मशीन द्वारा ही धान की सीधी बिजाई करें। डीसी ने किसानों से यह भी आह्वान किया कि वे फसल विविधिकरण को अपनाए। मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत फसल विविधिकरण करने वाले किसानों को प्रति एकड़ सात हजार रुपये की सहायता सरकार का उपलब्ध करवाई जाती है।
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