सत्यखबर, नई दिल्ली
केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के सात महीने पूरे हो चुके हैं और किसानों का फिलहाल आंदोलन खत्म करने का कोई इरादा नहीं है। ऐसे में एक बार फिर से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर किसानों से अपील करते हुए तीनों विधेयकों के प्रावधानों पर वार्ता बहाल करने की पेशकश की है। हालांकि कृषि मंत्री ने एक बार फिर से स्पष्ट कर दिया है कि सरकार कानूनों को निरस्त नहीं करेगी। गुरुवार को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि हमने किसान यूनियन से कहा है कि सरकार कानूनों को निरस्त करने के अलावा कृषि कानूनों के प्रावधानों पर चर्चा के लिए तैयार है।
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बता दें कि कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसान नेता अपनी मांग पर अड़े हैं और उन्होंने कहा कि वे विरोध प्रदर्शन तभी समाप्त करेंगे जब सरकार तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेगी। हालांकि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से आंदोलन वापस लेने और बातचीत करने की अपील की है। किसानों का विरोध पिछले साल 26 नवंबर को शुरू हुआ था और अब कोरोना वायरस महामारी के बावजूद सात महीने पूरे कर चुका है।
इससे पहले 26 जून को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों को आंदोलन समाप्त करने की अपील करते हुए तीनों विधेयकों के प्रावधानों पर वार्ता बहाल करने की पेशकश की थी। दिल्ली की अनेक सीमाओं पर करीब 40 किसान संगठन संयुक्त किसान मोर्चा एसकेएम के तहत प्रदर्शन कर रहे हैं।
कानूनों पर बने गतिरोध को समाप्त करने के लिए सरकार और किसान संगठनों के बीच अब तक 11 दौर की वार्ता हो चुकी है। आखिरी बार बातचीत 22 जनवरी को हुई थी। इसके बाद 26 जनवरी को दिल्ली में प्रदर्शनकारी किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा फैलने के बाद वार्ता बहाल नहीं हो सकी।
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