सत्य खबर
पीएम मोदी ने अपनी मंत्रीमंडल का पहली बार विस्तार किया है विस्तार के साथ ही मंत्रियों को लेकर विवाद शुरू हो गया है। वहीं केंद्रीय कैबिनेट के 78 मंत्रियों में से 42 फीसदी ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले होने की बात कही है, जिनमें से चार पर हत्या की कोशिश से संबंधित मामले दर्ज हैं. बताया दा रहा है कि यह जानकारी ADR की रिपोर्ट से सामने आई है. बुधवार को 15 नए कैबिनेट मंत्रियों और 28 राज्य मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की है, जिसके बाद मंत्री परिषद के कुल सदस्यों की तादाद 78 हो गई.
गौरतलब है कि एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने चुनावी हलफनामों का हवाला देते हुए कहा कि इन सभी मंत्रियों के किए गए विश्लेषण में 33 फीसदी ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने का जिक्र किया है. करीब 24 या 31 फीसदी मंत्रियों ने हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती इत्यादि सहित संगीन आपराधिक मामलों का ऐलान किया है. वहीं गृह राज्य मंत्री बने कूच बेहार निर्वाचन क्षेत्र के निशित प्रमाणिक ने अपने खिलाफ हत्या से संबंधित एक केस की घोषणा की है. यह 35 वर्षीय मंत्री परिषद का सबसे युवा चेहरा भी हैं.
निशित प्रमाणिक
वहीं चार मंत्रियों ने हत्या के प्रयास से संबंधित मामलों की घोषणा की है. ये मंत्री हैं जॉन बारला, प्रमाणिक, पंकज चौधरी और वी मुरलीधरन. जिन मंत्रियों का विश्लेषण किया गया उनमें से 70 (90 फीसद) करोड़पति हैं और प्रति मंत्री औसत संपत्ति 16.24 करोड़ रुपये है.
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जॉन बारला, निशित प्रमाणिक, पंकज चौधरी और वी मुरलीधरन
चार मंत्रियों ने 50 करोड़ रूपये से अधिक की संपत्ति का जिक्र किया है. ये मंत्री हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया, पीयूष गोयल, नारायण तातु राणे और राजीव चंद्रशेखर.
ज्योतिरादित्य सिंधिया, पीयूष गोयल, नारायण तातु राणे और राजीव चंद्रशेखर
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