सत्यखबर,झज्जर (जगदीप राज्यान)
पूर्व में की गई संयुक्त मोर्चा की निर्धारित घोषणा को अमलीजामा पहनाने की दृष्टि से किसानों ने आज केएमपी सुबह 8 बजे ही जाम कर दिया। अवरोधक लगाकर किसान सड़क के बीचोंबीच बैठ गए और किसी भी वाहन को केएमपी पर गुजरने नहीं दिया। जिसका परिणाम यह हुआ कि किसानों द्वारा केएमपी को जाम किए जाने की वजह से सैकड़ों ट्रक इस जाम मेें फंस कर खड़े हो गए। लेकिन सुखद बात यह रहीं कि किसानों ने जो ट्रक जाम में फंसे थे उनके चालकों व परिचालकों के अलावा अन्य लोगों के लिए भी खाने-पीने की व्यवस्था की।
झज्जर जिले के बहादुरगढ़ सब-डिवीजन के गांव मांडौठी से होकर गुजरने वाले केएमपी पर किसानों ने जाम लगाकर अपना धरना शुरू किया। आज दिए गए धरने की विशेष बात यह रहीं कि किसानों की जो स्टेज आए दिन आंदोलन स्थल पर चलती थी वह स्टेज शनिवार को केएमपी पर चली। केएमपी पर किसानों ने लंगर की भी तैयारी की। केएमपी पर किसानों ने दो जगहों पर अपना धरना शुरू किया। केएमपी पर एक जगह पर जहां भारतीय किसान यूनियन अग्रोहा तो दूसरी जगह पर 11 जत्थेबंधियों की संचालित स्टेज पर किसान बैठे रहे और अपनी स्टेज का संचालन किया।
किसान नेता विकास सीसर व प्रगट सिंह ने बताया कि पिछले काफी लंबे अरसे से तीन कृषि कानूनों को लेकर किसान धरने पर बैठे हुए है। संयुक्त मोर्चा की कॉल पर चौबीस घंटे के लिए केएमपी को जाम किया गया है। केएमपी पर यह जाम रविवार सुबह 8 बजे तक रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि किसान सरकार को यह भी बताना चाहता है कि जितनी देरी कृषि कानूनों को रद्द करने में सरकार करेगी उसके लिए यह गलत रहेगा। क्योंकि कृषि कानूनों को रद्द कराए बगैर किसान यहां से जाने वाला नहीं है। हम सरकार को जगाने का काम कर रहे है और सरकार है कि कुम्भकर्णी नींद सोए हुए है। मई माह में उनका इसी मसले पर संसद कूच का भी कार्यक्रम है।
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