सत्यखबर, नई दिल्ली
देश के सबसे प्रसिद्ध मंदिर केदारनाथ को श्रद्धालुओं के लिए पहले ही खोल दिया गया था, लेकिन शुक्रवार से यहां होने वाली हवाई सेवा भी शुरू हो जाएगी। दरअसल हेली सेवा शुरू करने के लिए अभी तक डीजीसीए से परमिशन नहीं मिली थी, लेकिन अब डीजीसीए की अनुमति मिल गई है। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं । यूकाडा की मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्वाति भदौरिया ने बताया कि केदारनाथ के लिए गुप्तकाशी, फाटा और सिरसी हेलीपैड से एक अक्तूबर से हेली सेवा का संचालन शुरू हो जाएगा।
इसके लिए तीनों हेलीपैड पर सभी तैयारियां कर ली गई हैं. वहीं अगर आप हेली सेवा से केदारनाथ जा रहे हैं तब भी सभी यात्रियों को कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन करना होगा। हेलीपैडों का निरीक्षण करने के बाद डीजीसीए से भी हेली सेवा संचालित करने की अनुमति मिल गई है । हेली सेवा के लिए टिकटों की बुकिंग भी वेबसाइट पर होने लगी है। देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने बताया कि हेली सेवा से केदारनाथ के दर्शन करने वाले यात्रियों को भी पंजीकरण कर ई-पास जारी किए जाएंगे। वहीं कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि अगर कोई यात्री तय समय पर नहीं पहुंच पाता है तो उसकी जगह किसी और पंजीकृत यात्री को पास जारी कर दिया जाएगा।
बिना ई-पास के यात्री नहीं जा सकते केदारनाथ मंदिर
कलेक्टर मनुज गोयल ने कहा कि सड़क के रास्ते से कोई भी व्यक्ति बिना ई-पास के केदारनाथ नहीं जा सकता है । देवस्थानम बोर्ड के पोर्टल से ई-पास जारी किए जा रहे हैं । इसलिए यात्री किसी भी दलाल या भ्रमित करने वाले लोगों के झांसे में न आए । कलेक्टर ने बताया कि आने वाली 15 अक्तूबर तक देवस्थानम बोर्ड का ई-पास पोर्टल पर बुकिंग फुल है । इसलिए इस दौरान जो भी केदारनाथ आने की सोच रहे हैं, फिलहाल रुक जाएं । उन्होंने कहा कि केदारनाथ में एक दिन में 800 श्रद्धालुओं के दर्शन की व्यवस्था है । अगर, यह संख्या कम रहती है, तब ई-पास से यहां पहुंचे अन्य यात्रियों को दर्शन के लिए भेजा जा रहा है, लेकिन आने वाले दिनों में यह संभावना बहुत कम है।
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