सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
नरवाना के केएम राजकीय कालेज परिसर में एक ऐसा अनोखा दंपत्ति रह रहा है, जो इसे बनाने-संवारने में ना रात देखता है ना दिन। हम बात कर रहे हैं कॉलेज में सेवारत रसायन विज्ञान के प्रो. जयपाल देसवाल की, जो अपनी पत्नी स्नेह लत्ता के साथ कॉलेज परिसर को संवारने में लगे रहते हैं। इसमें कालेज प्रांगण में चाहे पौधे लगाने की बात हो या फिर दीमक से बचाने के लिए पेड़ों पर सफेदी करने की बात हो, यह दंपत्ति दिन-रात जुटा रहता है। प्रो. जयपाल देसवाल पैरों से बेशक दिव्यांग हों, वे पत्नी स्नेह लत्ता के साथ अधिकतर समय पौधों के बीच में रहते हैं। यदि उन्हें सच्चा पर्यावरण प्रेमी भी कहा जाए, तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। उन्होंने अब गर्मियों में कालेज प्रांगण के पेड़ों पर कुल्लड़ लटका दिए हैं, जहां प्यासे पक्षियों के लिए उनकी पत्नी पानी डालती है और वे इस काम में उनका पूरा सहयोग करते हैं। इस सहयोग के लिए प्रोॅ जयपाल के पुराने शिष्य तथा कालेज के वफादार कर्मचारी भी पीछे नहीं रहते, जो समय-समय पर उनके एक बोल पर उनके पास खड़े मिलते हैं।
दिवाली पर सारे कालेज में लगाते हैं दीये
हालांकि प्रो. जयपाल पत्नी व छोटे बेटे के साथ कालेज की एक ओर बने क्वार्टर में रहते हैं, लेकिन दिवाली जैसे त्यौहारों पर सारे शैक्षणिक भवन को दीयों से सजा देते हैं। क्योंकि वे अपनी कर्म स्थली को ही अपना घर मानते आए हैं। प्रो. जयपाल के जज्बे को देखते हुए उनकी पत्नी ने भी अपने आप को ऐसे परोपकारी पति के अनुसार ही ढाल लिया है। वरना, एक गृहणी को घर के काम के इलावा अन्य बाहर के कामों में कहां रुचि होती है। ऐसे कर्मयोगी, पर्यावरण प्रेमी व कालेज को अपना घर मानने वाले व्यक्ति पर नरवाना के लोगों को गर्व है।
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