सत्यखबर, नई दिल्ली
कोवैक्सिन में बछड़े का सीरम मिलाए जाने के आरोपों पर अब सियासत तेज हो चली है। कांग्रेस नेता गौरव पांधी ने जब एक आरटीआई शेयर करके कहा कि कोवैक्सिन बनाने के लिए गाय-बछड़े मारे जा रहे हैं, मोदी सरकार को ये पहले बताना था तो बीजेपी आक्रामक हो गई। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस एक बार फि र भ्रम फैला रही है। कोवैक्सिन में बछड़े का सीरम नहीं मिलाया गया है। संबित पात्रा ने कांग्रेस के आरोपों के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए न केवल कांग्रेस के सवालों का जवाब दिया बल्कि कांग्रेस की जमकर खिंचाई की।
ये भी पढ़ें… घरेलू कलह के चलते महिला ने बच्चों समेत खुद को जिंदा जलाया, दो की मौके पर मौत व एक जख्मी
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि कोवैक्सिीन में गाय के बछड़े का सीरम होता है और खून होता है। जब हमने सोशल मीडिया में इस प्रचार को देखा तो उसमें यहां तक लिखा था कि गाय और बछड़ों को मारकर ये वैक्सीन तैयार की जा रही है। ये कांग्रेस द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है। कोवैक्सिन में बछड़े का सीरम नहीं है। वैक्सीन में वेरोसेल का इस्तेमाल किया जाता है। ये एक तरह से खाद का काम करता है।
वहीं संदीप पात्रा ने कहा कि कांग्रेस को वेस्टेज और वैक्सीन हेजिटेन्सी के लिए जाना जाएगा। कोवैक्सिन पर कांग्रेस ने कई बार सवाल खड़े किए हैं। सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी बताएं कि उन्होंने कब वैक्सीन लिया था। क्या गांधी परिवार वैक्सीनेटेड है या नहीं, क्या गांधी परिवार को कोवैक्सिन पर भरोसा है या नहीं उन्हें इसका जवाब देना चाहिए। वो तो कहते हैं कि जब उनकी सरकार आएगी तो वो वैक्सीन लगवाएंगे। रॉबर्ट वाड्रा ने भी वैक्सीन को लेकर सवाल खड़े किए थे। इस वैश्विक महामारी में हमें वैज्ञानिक सोच के साथ आगे बढऩा चाहिए न कि भ्रम फैलाना चाहिए।
वहीं वैक्सीन विवाद के सामने आने के बाद कोवैक्सिन निर्माता भारत बायोटेक ने भी अपना जवाब जारी किया है। कंपनी ने कहा है कि लोगों को जो वैक्सीन की डोज लगाई जा रही है। उस फ ाइनल डोज में बछड़े का सीरम इस्तेमाल नहीं किया गया है। भारत बायोटेक ने बताया कि नवजात बछड़े के सीरम का इस्तेमाल वायरल वैक्सीन बनाने में इस्तेमाल किया गया। इसका इस्तेमाल सेल्स की ग्रोथ के लिए किया गया पर कोरोना वायरस के लिए इसका इस्तेमाल नहीं किया गया और न ही इसे फाइनल फॉर्मूलेशन में यूज किया गया।
इससे पहले भी कांग्रेस के नेशनल कॉर्डिनेटर गौरव पांधी ने दावा किया था कि कोवैक्सिन बनाने में गाय के बछड़े के सीरम का इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए 20 दिन से भी कम के बछड़े की हत्या की जाती है।
वैक्सीन के इस विवाद में स्वास्थ्य मंत्रालय ने सफ ाई दी है। मंत्रालय ने ब्यान जारी कर कहा कि सोशल मीडिया पर कोवैक्सिन के बारे में गलत जानकारी शेयर की जा रही है। पोस्ट में तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। नवजात बछड़े के सीरम का उपयोग सिर्फ वेरोसेल्स को तैयार करने में किया जाता है, जो बाद में अपने आप ही नष्ट हो जाते हैं। जब अंतिम समय में वैक्सीन का प्रोडक्शन होता हैए तब इसका उपयोग नहीं किया जाता है।
Aluminium scrap segregation Aluminium scrap byproduct utilization Metal recycling logistics
Precious metal market dynamics Ferrous material recycling revenue generation Iron scrap waste management
Ferrous material warehouse management, Iron scrap reclaiming facility, Scrap metal brokerage