सत्स खबर, बापौली
मंगलवार को शाम के समय आसमान में छाई काली घटाओं व चली तेज हवाओं के बाद हुई बुंदा-बांदी से किसानों की चिन्ताएं बढ गई हैं जबकि किसान गेंहू की कटाई में दिन-रात खेतों में लगे हुए हैं। मंगलवार को आसमान में उठी काली घटाओं ने किसानों की रातों की नींद तो उड़ाई ही साथ में हल्की हल्की बुंदा बांदी से किसानों का सोना मंडी में खुले आसमान के नीचे सरे आम भीगता नजर आया।
अचानक मौसम परिवर्तन से किसानों के माथे पर परेशानी की लकीर और गहरी हो गई है। खेतों में फसल की कटाई लगातार चली हुई है तथा ऐसे में मौसम के यूं बिगडऩे से किसानों को यह खतरा सता रहा है कि कहीं खेतों में तैयार खड़ी उनकी गेंहू की फसल खराब मौसम कीभेंट न चढ़ जाए। वहीं किसानों का कहना है कि अनाज मंडी में पिछले 2 दिनों से गेंहू की फ सल लेकर आ रहे हैं लेकिन गेंहू की खरीद गति धीमी होने से फसल की ब्रिकी नहीं हो पा रही है।
किसान राजू शर्मा का कहना है कि मंडी में जगह न मिलने से गेंहू बेचने में दिक्कत आ रही है बाकि गेंहू खेत में पड़ा है मौसम खराब होने के चलते उन्हें न केवल मण्डी में लेकर आए गेंहू की चिंता है बल्कि खेतों मे खड़ें गेंहू को लेकर भी परेशानी हो रही है।
वहीं बापौली आढती एसोसिएशन के पूर्व प्रधान मोहकम छौक्कर ने कहा कि बापौली अनाज मंडी में उठान की भारी समस्या है। पहली बार मंडी में गेंहू से भरे कट्टों के चट्टे लगाए गए हैं। डीसी ने ठेकेदार को उठान में तेजी लाने के आदेश दिए थे और ठेकेदार ने साधन बढाने को भी बोला गया था पर डीसी के आदेशों की पालना नहीं की जा रही है।
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व्यवस्था ना होने से मंडी के हालत बेकाबू हैं आढ़ती और किसान दोनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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