सफीदों, महाबीर मित्तल
यूरिया खाद ना मिलने से नाराज किसानों ने मंगलवार को पुरानी अनाज मंडी में प्रदर्शन करते हुए सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। मंगलवार सुबह किसान नगर की पुरानी अनाज मंडी में यूरिया खाद लेने के लिए पहुंचे लेकिन विक्रेता ने खाद देने में आनाकानी की। आनाकानी करने के उपरांत किसान बिफर गए। बिफरे किसान नारेबाजी करते हुए पुरानी अनाज मंडी से सीधे पशु अस्पताल के पास विक्रेता के गोदाम पर पहुंच गए। किसानों का आरोप था कि विक्रेता के द्वारा किसानों को जानबूझकर खाद नहीं दिया जा रहा है। विक्रेता अपने चेहते लोगों को तो अंदरखाने खाद दे रहा है लेकिल आम किसान को खाद नहीं मिल रहा। विक्रेता गोदाम में खाद होते हुए भी किसानों को टरका रहा है। उनका कहना था कि सफीदों क्षेत्र के किसान यूरिया खाद की समस्या से जूझ रहे हैं। खाद विक्रेता के द्वारा सरेआम खाद की कालाबाजारी की जा रही है तथा उन पर यूरिया के साथ मंडूसी व अन्य खरपतवारनाशक दवाएं मनचाहे दामों पर थोपी जा रही है। जो किसान दवा नहीं लेता तो यूरिया देने से मना कर दिया जाता है। किसानों का कहना था कि वे खाद आने की सूचना आते ही विक्रेताओं के पास पहुंचते है और घंटों लाईन में खड़े रहते है लेकिन कई घंटों की जद्दोजहद के बाद उन्हे यह कह दिया जाता है खाद खत्म हो गया है लेकिन सच्चाई यह है कि उनके गोदामों में हजारों कट्टे खाद उपलब्ध रहता है जिसे वे अपने चहेते लोगों को मनमाने रेट पर बेचते हैं। इस मामले में खाद विक्रेता अक्षय जैन का कहना है कि जो गोदाम में खाद है उस खाद की किसानों को कल शाम को पर्ची काटकर दे दी गई है। जिन किसानों को पर्ची दी गई है उन्हे ही खाद दी जा रही है और उतना ही स्टाक उनके पास है। अगर अतिरिक्त खाद उनके पास आ जाएगा तो वे आगे के लिए पर्ची काटकर वितरित करेंगे। एक आधार कार्ड पर पांच यूरिया के कट्टे दिए जा रहे हैं।
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