गांव में चारो तरफ लगे हैं गंदगी के ढेर
सत्य खबर सफीदों, महाबीर मित्तल: प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान की सफीदों उपमंडल के गांव खेड़ा खेमावती में धज्जियां उड़ रही हैं क्योंकि गांव में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हैं। आलम ये है कि रिहायशी कॉलोनी में गंदगी इस तरह फैली है कि मानों यहां डंपिंग यार्ड हो। एक तरफ तालाब है तो दूसरी तरफ लाखों रूपए की लागत से बना पशु अस्पताल व मन्दिर है लेकिन यहां प्लास्टिक का कचरा व गोबर के ढेर लगे है जिससे माहमारी फैलने का खतरा बना हुआ है। कोरोनाकाल चला हुआ है ऐसे में ये गंदगी सरकार व प्रशासन के सभी दावों को पोल खोल रही है। कोरोना व फंगस से तो लोग बाद में मरेंगे पहले इस गंदगी से फैलने वाली दुर्गंध से मर जाएंगे। जिसको लेकर वहां के लोगों में प्रशासन व पंचायत प्रतिनिधियों के खिलाफ काफी रोष है। आपको बता दे कि स्वच्छता को लेकर उपायुक्त की ओर से अधिकारियों व पंचायत प्रतिनिधियों को गांव को गंदगी से मुक्त करवाने के लिए समय-समय पर आदेश भी दिए जाते है लेकिन बाद में वही ढाक के तीन पात। इस गंदगी के कारण लोगों का घरों में रहना भी अब मुश्किल हो गया है। इस मामले की शिकायत लेकर पत्रकार जोगिंद्र बीरवाल व कुछ ग्रामीण युवा बीडीपीओ का कार्यभार सम्ंभाले हुए जिला परिषद के डिप्टी सीईओ अजित सिंह के पास गए। जिस पर संज्ञान लेते हुए अजित सिंह ने ग्राम सचिव वीरभान को गंदगी हटवाने व जो लोग वहां गंदगी व गोबर डालते है उनके प्रति कड़ी करवाई करने के आदेश दिए जिसको लेकर ग्राम सचिव ने 2 दिन का समय मांगा लेकिन आज एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी ग्राम सचिव वीरभान ने कोई कदम नही उठाया और वो गन्दगी के ढेर ऐसे ही लगें हुए है।
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