आशियानों पर आफत की बरसात, सदमें में परिवार
अरावली रेंज में बसा खोरी गांव इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है. यहां पिछले कई सालों से रहने वाले लोगों का आशियाना उजड़े वाला है. ये लोग दिल्ली सरकार से भी मदद की गुहार लगा चुकें है और हरियाणा सरकार को भी अपनी फरियाद सुना चुकें है।
दिल्ली से करीब 40.6 किलो मीटर की दूरी पर बसा खोरी गांव लगभग 150 एकड़ में फैला हुआ है. जहां करीब 10 हजार आशियानें बने हुए हैं, और इन दस हजार आशियानों में करीब 50 हजार से ज्यादा लोग रहते है. ये लोग इस जगह पर सन् 1990 के दशक की शुरूआत में ही आ कर बस गये थे,, जिसके बाद से ये लोग यहीं पर बस गए. लेकिन कई साल बीत जाने के बाद इन्हें पता चला कि ये अवैध जमीन है,, जिस पर ना ही इनका कोई हक है और न ही इन्हें ये पता है कि ये यहां कब तलक रह पाएंगे. खोरी में बुल्डोजर किसी भी वक्त चल सकता है,, घर टूटने की आशंका से लोग सदमें में हैं. आपको बताते हैं कि प्रशासन की इस कार्रवाई में क्या-क्या जमींदोज होगा, करीब 5 हजार मकानों पर पीला पंजा चलेगा, एक चर्च भी जमींदोज होगी, 5 स्कूलों पर प्रशासन की गाज गिरेगी, 2 इंडस्ट्री का काम भी ठप्प होगा, 11 मस्जिदों के दरवाजों पर ताला लगेगा, 20 मंदिरों के कपाट भी बंद हो जाएंगे, 800 खाली प्लाट भी इस कार्रवाई की चपेट में आएंगे, साथ ही 80 दुकानों को भी खाली किया जाएगा।
SC के आदेश के बाद से ही खोरी के लोगों की चिंता ज्यादा बढ़ गई है. जिसके बाद नगर निगम और पुलिस प्रशासन ने अपनी पूरी रणनीति तैयार कर ली है. किसी भी वक्त कार्रवाई हो सकती है. कोर्ट के आदेश के चलते अब इस मामले में कोई राजनीतिक दखंलदाजी भी नहीं हो सकती, इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है. लेकिन मसला ये है कि इन मासूम जिंदगियों के बारे में सोच कौन रहा है. ये कोई नहीं जानता कौन इन बेघर हो रहे लोगों की सुकुन की छत्त को बरकरार रखेगा ये भी कोई नहीं जानता।
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