सत्यखबर, समालखा
गुर्जर समाज व राजपूत समाज के बीच सम्राट मिहिर भोज के गीत को लेकर चल रहा विवाद बुधवार को एक पंचायती समझौते के बाद समाप्त हो गया। इस विवाद में समालखा थाने में राजपूत समाज के खिलाफ गुर्जर समाज ने एफ आईआर दर्ज कराई हुई थी। वहीं पहले राजपूत समाज व गुर्जर समाज को 3 अगस्त को सबूतों के आधार पर एक एकत्रित हो कर फैसला लेना था लेकिन राजपूत समाज मौके पर नहीं पहुंचा था जबकि गुर्जर समाज वहां पर पहुंच गया था। जिसके बाद समालखा थाना एसएचओ नरेंद्र कुमार ने मौके पर आकर गुर्जर समाज को आश्वासन दिया था की राजपूत समाज को कल हम थाने में बुलाएंगे।
आप भी आ जाना। तय कार्यक्रम के तहत आज बुधवार 4 अगस्त को दोनों समाज के लोग अपने तथ्यों के अनुसार अपने सबूत ले कर थाने में आए और थाना इंचार्ज नरेंद्र कुमार ने थाने में दोनों समाजों के व्यक्तियों को बैठाया गया। वहीं गुर्जर समाज के व्यक्तियों ने अभिलेखों, शिलालेखों एवं ऐतिहासिक पुस्तकों के माध्यम से सम्राट राजा मिहिर भोज को गुर्जर होने के प्रमाण दिखाएं और राजपूत समाज के लोगों ने यह गीत अपने सोशल मीडिया एवं अपने सर्कल के सोशल मीडिया पर नही डालने का भरोसा दिया। वहीं यह बात लिखित में ली गई। जिसके बाद गुर्जर समाज के व्यक्तियों ने अपनी एफ आईआर को से सह सम्मान वापस ले लिया और दोनों समाजों के बीच में समझौता हो गया। जिससे समाज के दो अंगों का टकराव टल गया। वहीं गुर्जर समाज ने यह चेतावनी भी दी है कि अगर दोबारा से यह गाना सोशल मीडिया पर डाला जाता है फि र से कानूनी प्रक्रिया द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस अवसर पर गुर्जर समाज के व्यक्ति अनिल सरपंच चुलकाना, राजेश छौक्कर, विकास छौक्कर, राकेश छौक्कर, राजेश, रविंद्र रावल, रविंद्र रावल भलौर ,रविंद्र छौक्कर, संदीप छौक्कर, सोनू माजरी, दीपक चुलकाना, सन्दीप सूंदर चुलकाना, जोगिंद्र टीटाना, अमित खारी दिल्ली, मोहित दिल्ली, अभिनव दिल्ली आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
Aluminum scrap sorting and grading Aluminium recycling system Metal salvage and recycling