सत्यखबर, चण्डीगढ़
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने बुधवार को यहां मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अगर संयुक्त किसान मोर्चा उनको डिसमिस भी कर देगा तो भी वे मिशन पंजाब पर काम करेंगे। इसके अलावा वे किसान आंदोलन के लिए भी काम जारी रखेंगे
वहीं एक सवाल के जवाब में चढूनी ने कहा कि किसान आंदोलन का यूपी में ज्यादा असर नहीं है। पंजाब के लोग तीनों पार्टियों से तंग हैं और नई पार्टी बन सकती है। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने शाम को बुलाया है। देखते हैं क्या फैसला लेते हैं। कल निकालना है तो आज ही निकाल दें। उन्होंने चंडीगढ़ में धारा 144 लगाने के फैसले का विरोध करते हुए कहा कि ये फैसला गलत है। हम किसानों के साथ हैं। शांतिपूर्ण तरीके से चौकों पर खड़ा होने से प्रशासन नहीं रोक सकता, रोकेगा तो हम यहां आकर विरोध करेंगे।
बता दें कि राजनीतिक ब्यानबाजी करने और पंजाब के किसान संगठनों को उकसाने के आरोप पर 14 जुलाई को हरियाणा भाकियू अध्यक्ष गुरनाम चढूनी को संयुक्त किसान मोर्चा से सात दिन के लिए निलंबित कर दिया गया था। फैसले के अनुसार चढूनी एक सप्ताह तक अब किसी मंच पर नहीं जा सकेंगे और न ही किसी बैठक में हिस्सा ले पाएंगे।
वहीं चढूनी ने इस फैसले को गलत बताया था। उन्होंने कहा था कि संयुक्त किसान मोर्चा का फैसला पूरी तरह से गलत है क्योंकि किसी की विचारधारा के लिए कोई दबाव नहीं दे सकता है। उन्होंने कहा कि मिशन यूपी करना है तो मिशन पंजाब भी करना पड़ेगा और आंदोलन जीतने के लिए रणनीति भी बदलनी पड़ेगी।
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