सत्यखबर, पलवल, मुकेश कुमार
उपायुक्त नरेश नरवाल ने कहा कि पलवल जिला में गेंहू की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीद सोमवार 20 अप्रैल से आरंभ हो रही है। जिला के खरीद केंद्रों पर ऐसे किसान अपनी उपज लेकर न आए जिनके पास मंडी में फसल लाने का एसएमएस ना आया हो। मंडी में गेट पास उन्हीं किसानों को जारी किया जाएगा जिनके पास फसल लाने का एसएमएस आया हो। कोरोना वायरस से बचाव के लिए जिला की सभी मुख्य अनाज मंडियों सहित अतिरिक्त खरीद केंद्रों पर सोशल डिस्टेंस की पालना सुनिश्चित करते हुए पहले दिन यानि सोमवार को प्रात: और सांय कालीन सत्र में 25-25 किसानों की फसल खरीदी जाएगी। उन्होंने यह बात रविवार को जिला सचिवालय स्थित सभागार में खरीद प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए कही।
बाहर से आने वाले गेंहू को रोकने के लिए लगाए 12 नाके
इससे पहले खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग, हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने पलवल सहित राज्य के सभी जिलों में प्रशासनिक अधिकारियों व खरीद एजेंसियों के प्रतिनिधियों को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम संबोधित किया और जिलावार गेंहू खरीद की तैयारियों की समीक्षा की। उपायुक्त ने अतिरिक्त मुख्य सचिव को जानकारी देते हुए बताया कि पलवल जिला में गेंहू खरीद की तैयारियां पूरी कर ली गई है। जिला में केवल मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पर पंजीकृत किसानों की ही फसल खरीदी जाएगी। दूसरे राज्यों से गेंहू पलवल जिला में न आए इसके लिए 12 नाके लगा दिए गए है। साथ ही मंडी व नाकों के लिए मजिस्ट्रेट भी नियुक्त किए जा चुके है।
खरीद से जुड़ी जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 1950 पर करें संपर्क
उपायुक्त ने वीडियो कांफ्रेंस के उपरांत अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि खरीद प्रक्रिया से जुड़े अधिकारी इस बात का भी ध्यान रखें कि कंटेनमेंट जोन के किसानों को एसएमएस नहीं भेजे जाएंगे। संबंधित गांवों में मुनादी के माध्यम से भी इस बात की सूचना दी जाए। उन्होंने कहा कि कंटेनमेंट जोन के किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है उनकी उपज का भी एक-एक दाना खरीदा जाएगा लेकिन कोविड-19 वैश्विक महामारी से बचाव के लिए सरकार की हिदायतों का पालन किया जाए। मंडी में खरीद को लेकर किसी भी प्रकार की जानकारी, सुझाव या शिकायत के लिए जिला प्रशासन के विशेष टोल फ्री नंबर 1950 पर संपर्क किया जा सकता है। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि जिन केंद्रों पर सरसों की आवक हो रही है उन पर गेंहू भी आएगा। साथ ही इस कार्य की मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा डेशबोर्ड के माध्यम से मॉनीटरिंग की जाएगी ऐसे में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
मनरेगा श्रमिकों से लिया जाएगा मंडियों में काम
उन्होंने खरीद से जुड़े अधिकारियों के प्रशिक्षण, मंडी परिसरों में पीने के पानी, रोशनी, सफाई, स्वच्छता के साथ-साथ आढ़ती, कर्मचारियों, किसानों व श्रमिकों के लिए साबुन, सेनेटाइजर, मास्क आदि के प्रबंध को लेकर भी निर्देश दिए। श्रमिकों की कमी से निपटने के लिए मनरेगा के तहत पंजीकृत श्रमिकों की सूची आढ़तियों को दी जाए। वहीं खरीद केंद्रों पर सुरक्षा के लिए विशेष नाके लगाए जाए और इन नाकों पर यह भी चेक किया जाएगा कि मंडी में आने के लिए किसान के पास एसएममएस आया हो। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त वत्सल वशिष्ठ, सीटीएम जितेंद्र कुमार, पलवल के एसडीएम कंवर सिंह, हथीन के एसडीएम वकील अहमद, जिला खाद्य एवं पूर्ति नियंत्रतक राम अवतार सिंह सहित हैफेड, हरियाणा वेयर हाऊस कार्पोरेशन, एफसीआई आदि खरीद एजेंसियों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
जिला में गेंहू खरीद के लिए बनाए गए केंद्र
पलवल जिला में मुख्य खरीद केंद्र बड़ौली, औरंगाबाद, बामनी खेड़ा, चांट, धतीर, दीघोट, हसनपुर, हथीन, होडल, खांबी, मंडकौला व पलवल होंगे। वहीं हसनपुर क्षेत्र में जनता स्कूल के खेल मैदान, सोम राइस मिल, खेल स्टेडियम अच्छेजा, राजीव पार्क बाता, होडल क्षेत्र में गर्ग राइस मिल पुन्हाना रोड, श्रीजी फूड इंडस्ट्री, जय गुरू देव राइस मिल नूंह रोड, दिनेश राइस मिल, गणपति राइस मिल एनएच 19, महावीर राइस मिल हसनपुर रोड व कृष्णा राइस मिल, मयंक राइस मिल होडल, वहीं पलवल क्षेत्र में भंडारी राइस मिल, मंगत राइस मिल, सीता राम राइस मिल गांव देवली, खेल स्टेडियम नजदीक आईटीआई पलवल, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण सेक्टर 12 पलवल व ओम स्पेरो अस्पताल के नजदीक खाली मैदान तथा हथीन क्षेत्र में गवर्नमेंट पॉलीटेक्निक मंडकौला तथा राजकीय महाविद्यालय हथीन में अतिरिक्त खरीद केंद्र स्थापित किए गए है।
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