सत्य खबर, हिसार । हरियाणा और आसपास के इलाकों में भी में ‘जवाद’ तूफान का असर देखने को मिलेगा. ‘जवाद’ तुफान की वजह से मौसम बदलने वाला है. प्रदेश में आंशिक प्रभाव से 5 और 6 दिसंबर को पूर्वी हरियाणा के जिलों में घने बादल छाए रहेंगे और गरजचमक के साथ कहीं-कहीं हल्की बारिश भी संभावित है. मौसम विभाग का कहना है कि आने वाली बारिश पर्यावरण के लिहाज से सही है. बारिश से दिल्ली एनसीआर में स्मॉग से राहत मिलेगी. बता दें कि तुफान ‘जवाद’ से उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश और इससे लगे दक्षिणी तटीय ओडिशा में भारी वर्षा शुरू होने की संभावना है.
वहीं पिछले दो-तीन दिनों से हो रही बादलवाही के साथ हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी हुई है. ज्यादातर इलाकों में दिन का अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम दर्ज किया गया. आने वाले दिनों में और तेजी से हरियाणा का तापमान में गिरावट जारी रहेगी. चलिए नजर डालते हैं आज हरियाणा का तापमान कितना है.
वहीं पिछले दिनों देश में वायु प्रदूषण बेहद गंभीर समस्या बनकर उभर रहा है. जिसके चलते राजधानी दिल्ली समेत हरियाणा के भी कई जिलों में हालत चिंताजनक हैं. प्रदूषण के बढ़ने के बाद हरियाणा फरीदाबाद समेत कई जिलों में स्कूलों को भी बंद किया गया है. वहीं हरियाणा में दिल्ली एनसीआर के प्रमुख शहर, गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, रोहतक, झज्जर जैसे जिलों में प्रदूषण गंभीर स्थिति में पहुंच चुका था. हालांकि अब मौसम में बदलाव की वजह से हालात पहले से सुधरे हैं.
मौसम के इस प्रभाव से हरियाणा समेत पूरे एनसीआर में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ा है एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे ‘अच्छी’ श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को ‘संतोषजनक’, 101-200 को ‘मध्यम’, 201-300 को ‘खराब’, 301-400 को ‘अत्यंत खराब’, 400-500 को ‘गंभीर’ और 500 से ऊपर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स को ‘बेहद गंभीर’ माना जाता है. विशेषज्ञों के मुताबिक, हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम पीएम के मैटर), ओजोन, सल्फर डायऑक्साइड, नाइट्रिक डायऑक्साइड, कार्बन मोनो और डायआक्साइड सभी सांस की नली में सूजन, एलर्जी और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं.
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