सत्यखबर, दीपक, जाखल
एक साल से खुले में पड़ा होने के चलते खराब हुआ गेहूं की गरीबो को वितरण करने के लिए राशन डिपूओ में सप्लाई किया जा रहा है ,कोरोना महामारी के बीच डिपूओ पर बदबूदार व सड़ा हुआ गेहूं वितरित होने पर प्रभावित लोगो ने कहा कि कोरोना की महामारी से तो शायद हम बच जाएंगे लेकिन ऐसा गेहूं खाकर जरूर मर जाएंगे | समाजसेवी संगठन ने गरीबो को साफ एंव सुथरा राशन देने की मांग करते हुए स्वास्थ्य विभाग और फूड इस्पैक्टर से आपूर्ति हो रहे गेहूं के सैंपल लेने की मांग की है ‘
क्या है मामला
जाखल सब्जी मंडी में अप्रैल 2019 में 2 लाख 24 हज़ार गेहूं के बैग खुले में ही लगाए गए थे ‘यही नही साल भर बारिश इत्यादी के कारण गेहूं भीगता रहा और अधिकतर गेहूं खाने लायक नही रहा लेकिन यहां से 1 बैग भी ना तो बाहर भेजा गया ना डिपोधारको लेकिन अब जबकि कोरोना महामारी के बीच जनता को सड़ा हुआ गेहूं की आपूर्ति कर मजबूर गरीब जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है ‘
क्या कहते है प्रभावित लोग
डिपूओ से राशन लेकर आ रहे उपभोक्ता हंसा,सुखचैन सहित ने बताया कि डिपू से मिल रही गेहूं जहां बदबूदार,काली है वहीं इसमे रेत -कंकड़ भी मिले है वहीं एक अन्य उपभोक्ता ने बताया की धोने के बाद भी गेहूं से बदबू जाने का नाम नही ले रही है ‘ इसी जाखल मंडी, तलवाडा ,साधनवास व सिधानी सहित अन्य डिपूओ में भी खराब गेहूं वितरित करने की बात सामने आई |इत्यादीक्या है मामला जाखल खंड के तलवाड़ा तलवाडी, साधनवास, सिधानी सहित अनेक गांव के डिपो पर सड़ा हुआ गेहूं की सप्लाई की जा रही है ।
साफ सुथरा गेहूं देने व खराब गेहूं के सैंपल लेने की मांग
अंबेडकर अधिकार मंच प्रधान बीकर सिंह ने कहा कि सबसे पहले स्वास्थ्य विभाग अथवा फूड इस्पैंक्टर को डिपुओं को जहां से गेहूं सप्लाई हो रही यानी जाखल सब्जी मंडी में स्टैग की गेंहूं के सेंपल लेने चाहिए तथा प्रशासन को वहां से गेहूं भेजने पर रोक लगानी चाहिए ,उन्होने कहा कि गरीबो को अति निम्न स्तर की क्वालिटी का है गेहूं बांटा जा रहा है जिसमे बदबू फैल चुकी है जो इंसानो के क्या जानवरो के खाने लायक नही है व काला हो चुका है।
क्या कहते है खाद्य आपूर्ति निरीक्षक
जाखल खाद्य निरीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि कॉनफेड के द्वारा ही डिपुओ पर गेहूं सहित अन्य राशन की आपूर्ति होती हैं
क्या कहते है कॉनफेड अधिकारी
जब कॉनफेड अधिकारी रामचन्द्र ने बताया कि उन्हे भी कई डिपुओ जैसे जाखलमंडी डिपू संचालक रतनलाल व मोदी डिपू ने खराब गेहूं आने की शिकायत उन्हे भी मिली हैं | उन्होने बताया कि करीब 1300 क्विंटल गेहूं एफसीआई के माध्यम से हैफ्ड द्वारा जाखल सब्जी मंडी से डिपुओ में सप्लाई की गई है ! उन्होंने कहा कि आगे से वो वहां गेहूं उठाने से गुरेज करेंगे I
क्या कहते है हैफड इचार्ज राजकुमार शर्मा
अप्रैल 2019 में खरीद कर सब्जी मंडी में गेहूं स्टैग करने वाले एवं गेहूं की सांभ संभालने वाले राजकुमार शर्मा कहते है कि गोदामो में जगह ना होने के कारण उन्हे खुले में गेहूं लगवाना पड़ा जहां तक गेहूं खराब होने की बात है विभाग के पास वर्षा के समय गेहूं ढकने के लिए तिरपाल उपलब्ध नही थी ।
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