पेगां गांव के किसान महावीर है इन दिनों खूब चर्चा में
बाग में आने वाले ग्राहकों को करते हैं चौकन्ना
जागते रहो की आवाज लगा कर करते है चौकन्ना
सत्यखबर जींद (रोहताश भोला) – पेगां गांव के किसान महावीर इन दिनों खूब चर्चा में हैं। मार्च में जब लॉकडाउन लागू हुआ, तभी से अपने बाग में रह रहे हैं। लोगों से शारीरिक दूरी बनी रहे, इसके लिए बाग में ही आम के पेड़ पर अपना आश्रय स्थल बना लिया। रात को पेड़ पर ही सोते हैं। फिलहाल उनके बाग में आड़ू लगे हुए हैं। गांव व आसपास के लोग फल खरीदने के लिए आते हैं। उन्हें गेट के बाहर ही रोक देते हैं और वहीं फल तोड़ कर देकर आते हैं। उसके बाद दोबारा पेड़ पर जाकर बैठ जाते हैं। पूरा दिन पेड़ से बाग की रखवाली करने के साथ जागते रहो की आवाज लगाते रहते हैं।
महावीर ने बताया कि जिस तरह चोरी होने से रोकने के लिए जागते रहो की आवाज देकर चौकीदार लोगों को चौकन्ना करते हैं। उसी तरह कोरोना भी चोर है, जो किसी भी रास्ते से हमारे घर में घुस सकता है। कोरोना में घर आने से रोकने के लिए हमें चौकन्ना रहना होगा। गांव के नजदीक ही उनका बाग है, जहां से निकलने वाले लोगों को लगातार कोरोना से बचाव के लिए शारीरिक दूरी बनाए रखने की अपील करते हैं। 20 मार्च से लेकर अब तक महावीर अपने घर नहीं गए हैं। घर से तीनों समय का खाना घरवाले बाग में ही भेज देते हैं। महावीर का दो एकड़ में बाग है। जिसमें आडू, अमरूद, जामुन व आम के पेड़ हैं।
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