जीन्द विकास संगठन ने पानी में फंसी बस में से बच्चों को कंधो पर बैठा-बैठाकर निकाला बाहर
प्रशासन के किसी भी विभाग ने नही ली सुध, साथ ही न 100 नम्बर नजर आया और न ही 112
सत्य खबर जींद, महाबीर मित्तल: जीन्द में यात्रियों से भरी रोडवेज की एक बस भिवानी रोड पर 3 फीट गहरी नहर बनी सड़क के मेनहोल में 3 घण्टे तक धंस गई जिसके चलते करीबन 3 घण्टे तक यात्री परेशान रहे। बस में बैठे बच्चों का तो रो-रोकर बुरा हाल था। प्रशासन के सभी विभागों को सूचित करने के बाद भी किसी भी विभाग ने मौके पर आकर सुध नही ली। इतना ही नही मौके पर न ही 100 नम्बर नजर आया और न ही सरकार का नया नम्बर 112 नजर आया। ऐसे में जीन्द विकास संगठन मौके पर पहुंचा और यात्रियों का हौसला बढाया। बच्चों को खाने-पीने का सामान दिलाया। एक एक करके यात्रियों को बाहर निकाला। बच्चों को कंधे पर उठाकर दुसरी बस तक पहुंचाया। जीन्द विकास संगठन के अध्यक्ष राजकुमार गोयल व अन्य पदाधिकारियों की इस काम के लिए चारों और प्रशसंा हो रही है।
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जीन्द से भिवानी जा रही सरकारी रोडवेज की एक बस आज भिवानी रोड पर 3 फीट गहरी नहर बनी सड़क के एक खुले पड़े मैन होल में धंस गई। बस के ड्राईवर ने बस को निकालने की बहुत कोशिश की लेकिन बस एक तरफ से मैन होल में पूरी तरह धंस चुकी थी। बस एक तरफ से झुक गई थी और बस के चारों तरफ पानी ही पानी था। पानी ज्यादा होने की वजह से यात्री बाहर नही निकल पा रहे थे ऐसे में यात्री परेशान होकर रह गए। बस में बैठे बच्चों का तो और भी बुरा हाल था। कई बच्चें धबरा गए थे। आस पास के लोगों ने प्रशासन को इस घटना की सुचना दी लेकिन किसी ने भी मौके पर आकर सुध नही ली। सुचना जीन्द विकास संगठन तक पहुंची। जीन्द विकास संगठन के अध्यक्ष राजकुमार गोयल, सुनील जैन व अन्य पदाधिकारी पानी में से होते हुए मौके पर पहुंचे। उन्होनें यात्रियों से बातचीत की। उनकी हौंसला अफजाई की। प्रशासन के आला अधिकारियों से बात की।
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जब तक अधिकारी मौके पर नही आए तब तक बस में बैठे बच्चों को पानी, चिप्स और बिस्कुट दिए गए। काफी देर के बाद क्रेन मौके पर पहुंची। क्रेन के माध्यम से बस को बाहर निकालने के कई प्रयास हुए लेकिन कामयाबी नही मिली। ऐसे में बस में बैठे बच्चों को बाहर निकालने का प्लान बनाया गया। खुद जीन्द विकास संगठन के अध्यक्ष राजकुमार गोयल, सुनील जैन व अन्य पदाधिकारी बच्चों को अपने कंधो पर बैठाकर बाहर निकालते हुए नजर आए इस दौरान उनके बैंग इत्यादि सामान भी खुद संगठन के पदाधिकारियों के द्वारा ही निकाला गया। क्रेन के माध्यम से बस को निकालने के फिर प्रयास हुए। कई घण्टों के बाद जाकर धंसी बस को बाहर निकालने में कामयाबी मिली।
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जीन्द विकास संगठन के अध्यक्ष राजकुमार गोयल का कहना है कि बडे शर्म की बात है कि 3 घण्टे तक बस धंसी रही लेकिन प्रशासन का कोई अधिकारी और कर्मचारी मौके पर नही पहुंचा। न तो रोडवेज का कोई अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचा और न ही नगर परिषद का। सेवा सुरक्षा और सहयोग का दावा करने वाली 100 नम्बर वाली पुलिस भी कही नजर नहीं आई। 112 नम्बर के भी सरकार द्वारा खुब दावे किए गए थे लेकिन 112 नम्बर की सहायता भी कही नजर नही आई। 3 घण्टे तक एक भी अधिकारी और कर्मचारी का मौके पर न पहुंचना जता रहा है कि शायद प्रशासन का जीन्द की जनता से कोई लेना देना नही रहा। चुने हुए प्रतिनिधि भी इस घटना में कही सहायता करते नजर नही आए। वे भी शायद लगातार कुभकंर्णी सोए हुए हैं।
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