सत्यखबर, दिल्ली
बता दे की कृषि कानूनों को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच किसान आज शनिवार को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर अनशन रखे हुए हैं। 26 जनवरी की घटना के बाद से किसानों की क्रमिक भूख हड़ताल नहीं हो पा रही थी। शाम पांच बजे तक यह अनशन हो रहा है। इस बीच टीकरी बॉर्डर पर चहल-पहल फिर से बढ़ रही है। किसान नेता दावा कर रहे हैं कि आंदोलन जल्द ही पुराने अंदाज में लौट जाएगा। कृषि कानून रद करवाकर ही मानेंगे।शुक्रवार को आंदोलन को लेकर दो जगहों पर मीटिंग और नारेबाजी से माहौल कुछ तनावपूर्ण जरूर बना, लेकिन पुलिस प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया था। किसी तरह का टकराव नहीं हुआ था। अब आंदोलन को लेकर राजनीतिक दलों की सक्रियता भी बढ़ती नजर आ रही है। खापें और किसान संगठन मीटिंग करने के बाद दिल्ली बॉर्डर पर पहुंचने और वहां पर डटे रहने का एलान कर चुके हैं। शुक्रवार को कई गांवों से किसान ट्रैक्टर ट्राली लेकर पहुंचे थे। कुछ जगहों पर नए तंबू भी लगाए गए। किसान नेताओं का दावा है कि अभी कुछ दिन में ही आंदोलन फिर से पहले की तरह उफान पर होगा।
https://www.youtube.com/watch?v=eaA4Q20opv4
इस बीच दो माह से जो मेडिकल कैंप चल रहे थे, उनमें से ज्यादातर पर सन्नाटा है। जगह-जगह पर जो सेवा कार्य चल रहे थे, वे भी फिलहाल रुके हुए हैं। पंजाब के किसानों के ट्रैक्टर-ट्राली तो यही पर हैं मगर काफी संख्या में लोग घरों को लौट गए थे। दावा किया जा रहा है कि अब वे सभी वापस आएंगे। इस बीच पुलिस प्रशासन ने भी मुस्तैदी बढ़ा रखी है। दिल्ली सीमा पर पुलिस और सुरक्षाबलों ने कड़े इंतजाम कर रखे हैं। टीकरी बॉर्डर और झाड़ौदा बॉर्डर पर भी कई लेयर में सुरक्षा की गई है, ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना की पुनरावृत्ति न हो।
https://www.youtube.com/watch?v=a8POldxmJ_g
Aluminium recycling regulations Environmental aluminium disposal Metal waste processing