सत्य खबर
लॉकडाउन के चलते सारी कंपनियां बंद है। इस कारण ट्रांसपोर्टरों के ट्रकों के पहिये भी पिछले 11 दिनों से थमे हुए हैं, जिससे ट्रांसपोर्टरों का काम पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है। कामकाज ठप होने से परेशान ट्रांसपोर्टरों को किस्त जमा करवाने की चिंता सताने लगी है। उनका कहना है कि प्रतिमाह हमारी 55 से लेकर 65 हजार रुपये तक की किस्त जाती है।
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वहीं, लॉकडाउन के कारण ड्राइवर भी पूरी तरह से खाली बैठे हुए हैं। अभी ड्राइवरों को भी वेतन देना है लेकिन लॉकडाउन होने के कारण दे नहीं पा रहे हैं। इस बीच अगर हम किस्त नहीं दे पाते हैं तो हमारे ट्रक को बैंक जब्त कर लेंगे। जिससे कि हमारी आर्थिक स्थिति खराब हो जाएगी। लॉकडाउन जैसी स्थिति में हमारे लिए किस्त जमा करवाना बहुत ही मुश्किल हो जाएगा। इसलिए हम ट्रांसपोर्टरों को किस्त जमा करवाने को लेकर सरकार से राहत की मांग है। ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन कहना है कि अगर पिछले साल की तरह इस साल भी किस्त जमा करवाने के लिए 3 से 4 माह का समय मिल जाए तो उससे ट्रांसपोर्टरों को इस मुश्किल खड़ी में काफी राहत मिलेगी।
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