सत्य खबर, नई दिल्ली
राजस्थान (Rajasthan) के धौलपुर में करौली पुलिस (Karauli police) को सोमवार देर शाम एक बड़ी कामयाबी मिली जहां चंबल के आखिरी डाकू कहे जाने वाले कुख्यात जगन गुर्जर (Dacoit Jagan Gurjar) को गिरफ्तार कर लिया गया. हाल में जगन बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा (MLA Giriraj Singh Malinga) को जान से मारने की धमकी भरे वीडियो को लेकर एक बार फिर चर्चा में आया था. करौली पुलिस ने सोमवार को देर शाम मासलपुर के जंगलों (chambal ke bihad) में जगन को पकड़ा. बता दें कि डाकू जगन गुर्जर पर सरकार ने 50 हजार रुपये का इनाम पहले से घोषित कर रखा था. वहीं जगन की तलाश काफी समय से राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की पुलिस लगातार कर रही थी.
गौरतलब है कि धौलपुर, भरतपुर और करौली पुलिस चंबल के दुर्गम बीहड़ों में डकैत जगन की तलाश कर रहे थे. धौलपुर जिले की सीमा से लगते मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में डांग के 133 किलोमीटर एरिया में पुलिस की 6 टीमें लगातार सर्च ऑपरेशन कर रही थी.
जगन गुर्जर पर दर्ज हैं करीब 125 मुकदमे
करौली जिला पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह इन्दौलिया ने जानकारी दी कि जगन गुर्जर ने हाल में बाड़ी विधायक गिर्राज मलिंगा को एक वीडियो के जरिए जान से मारने की धमकी दी थी. जगन काफी समय से पुलिस की गिरफ्त से दूर था. एसपी के मुताबिक जगन गुर्जर को पकड़ने के लिए राजस्थान, एमपी, यूपी पुलिस की अलग-अलग टीमें लगी हुई थी.
वहीं सोमवार को जगन के मासलपुर के जंगलों में होने की किसी मुखबिर के जरिए सूचना मिली जिसके बाद पुलिस की टीम ने उसे वहां धर लिया. जगन को अब धौलपुर पुलिस के हवाले कर दिया गया है.
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के महल को उड़ाने की दी थी धमकी
जगन गुर्जर को पकड़ने के लिए पुलिस काफी समय से कई तरीके अपना रही थी लेकिन डकैत जगन को चंबल के बीहड़ इलाके की जानकारी होने के चलते वह पुलिस की पहुंच से हमेशा बच निकलता. जगन को बीहड़ में छिपकर भोजन और पानी की व्यवस्था करनी आती थी.
ऐसा माना जाता है कि चंबल के बीहड़ों में आज भी कई डाकू फरारी काट रहे हैं. इससे पहले डकैत जगन गुर्जर आंदोलन के दौरान भी चर्चा में आया था जब उसने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के महल को उड़ाने की धमकी दी थी. इस दौरान जगन पर 11 लाख रुपये का इनाम घोषित था जिसे बाद में 50 हजार कर दिया गया.
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बीहड़ देता है डाकुओं को शरण
डकैत जगन के आत्मसमर्पण करने की फेहरिस्त भी काफी लंबी है. 2001 में एसपी बीजू जॉर्ज जोसेफ के सामने समर्पण से लेकर 30 जनवरी 2009 को जगन्नाथ मेले में पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के सामने भी जगन ने समर्पण किया था. इसके बाद उसने 2018, 2019 और 2021 में भी अलग-अलग मौकों पर सरेंडर किया था.
बता दें कि चंबल के बीहड़ सालों से फरार डाकुओं को छुपने की जगह रहा है. यहां बीहड़ में कई इनामी बदमाश और डाकू पनाह लेते हैं.
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