सत्य खबर, नई दिल्ली । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भवानीपुर से विधानसभा उपचुनाव में रिकार्ड मतों से जीत हासिल की हैं. ममता बनर्जी ने बीजेपी की उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल को 58 हजार, 832 मतों से हराया. इसके साथ ही ममता बनर्जी ने भवानीपुर से हैट्रिक जीत हासिल की. जीत हासिल करने के बाद भी ममता बनर्जी ने नंदीग्राम की हार नहीं भूली. उन्होंने कहा कि साजिश कर हराया गया था, लेकिन भवानीपुर और बंगाल की जनता ने जवाब दिया है.
बता दें कि ममता बनर्जी पिछले दो चुनाव अपने घर की सीट भवानीपुर से जीतती रही हैं, लेकिन विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी नंदीग्राम से चुनाव लड़ीं थीं और वह शुभेंदु अधिकारी के हाथों पराजित हुई थीं, हालांकि विधानसभा चुनाव में बीजेपी को करारी हार मिली थी और टीएमसी ने 213 सीटों पर जीत हासिल की थी और ममता बनर्जी तीसरी बार सीएम बनी थीं.
ममता बनर्जी ने कहा कि भवानीपुर के सभी मां-बहनों, सहकर्मियों एवं सारे बंगाल के लोगों, भारत वर्ष के लोगों को जो इस रिजल्ट के लिए इंतजार कर रहे थे. सभी को धन्यवाद है. भवानीपुर में वोटर बहुत ही कम है. एक लाख 15 हजार वोट हुआ था. इसके पहले 54 हजार वोट से 2011 में जीती थीं और 2016 में 25 हजार वोट से जीत. इस बार 58,832 वोट से जीते हैं. यह लगभग 60 हजार है. कोरोना महामारी है. इसके बावजूद यह जीत मिली है. किसी वार्ड में हम नहीं हारे हैं. यहां 46 फीसदी गैर बंगाली हैं. मेरा मन द्रवित हो गया है. भवानीपुर के लोगों ने आज दिखा दिया है. पूरे बंगाल के साथ आघात हुआ था. सब चुनाव जीतने के बावजूद एक चुनाव नहीं जीत पाए थे. कोर्ट में केस हैं. बहुत साजिश की गई थी. सभी साजिश को बंगाल के लोग और भवानीपुर के लोगों ने समाप्त कर दिया. ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार ने साजिश कर हराने की कोशिश की थी. मैं खुद चुनाव लड़ी थी.
इसके साथ ही ममता बनर्जी ने शांतिपुर से ब्रजकिशोर गोस्वामी, दिनहाटा से उदयन गुहा, खड़दह से शोभनदेव चट्टोपाध्याय के उपचुनाव लड़ने का ऐलान किया. वहीं, गोसाबा के लिए बपादित्य नस्कर और सुब्रत मंडल का नाम है. इस बारे में ममता बनर्जी बाद में फैसला करेंगी.
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