सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
लेफ्टिनेंट बनकर प्रतीक श्योराण ने जहां पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है, वहीं पैतृक गांव हमीरगढ़ व परिवार के लोगों में खुशी का माहौल बना हुआ है। गांव हमीरगढ़ निवासी भीम सिंह के पौत्र प्रतीक को भारतीय सेना में कमीशन मिला है। देहरादून सैन्य अकादमी पासिंग आऊट परेड में कुल 423 कैडेट पास हुए थे, जिसमें से प्रतीक ने 16वां रैक प्राप्त किया है। देहरादून सैन्य अकादमी पासिंग आऊट परेड के बाद आर्मी चीफ मनोज मुकंद नरवणे ने स्टार लगाकर उज्जवल भविष्य की कामना की। प्रतीक को आर्मी एयर डिफेंस कश्मीर में लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्ति मिली है। खास बात यह भी है कि प्रतीक का दूसरा भाई अमन भी आर्मी स्कूल में पढ़ रहा है और उसका लक्ष्य भी देश सेवा करना है। प्रतीक ने अपनी उपलिब्ध का श्रेय दादा भीम सिंह, दादी श्योनन देवी की प्रेरणा तथा पिता रमेश कुमार, मां कमलेश व परिवार के बुजुर्गों के मार्ग दर्शन को दिया। प्रतीक श्योराण को कमीशन मिलने के साथ ही परिजनों को बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। प्रतीक के चाचा सुरेश श्योराण ने बताया कि प्रतीक का वर्ष 2016 में एनडीए में सलैक्शन हुआ था। उस दौरान उसकी उम्र महज साढे 18 वर्ष थी। साढे 22 वर्ष की आयु में भारतीय सेना में कमीशन मिलना एक बड़ी उपलब्धि है। देश के प्रति समॢपत भावना यहां पर भी स्पष्ट तौर पर झलकी, कि भारतीय सेना में अन्य ट्रेडों की च्वायस के बावजूद भी प्रतीक ने एएडी आर्मी एयर डिफेंस को चुना। प्रतीक का कहना है कि भारत माता के आंचल में रहकर उसकी सेवा करने से बड़ा कोई धर्म नहीं है।
पिता के नक्शे कदम पर देश सेवा का लिया लक्ष्य
प्रतीक के पिता रमेश कुमार भी आर्मी से रिटायर्ड है और फिलहाल दिल्ली पुलिस में कार्यरत है। अब उन्ही के नक्शे कदम पर चलते हुए बेटे ने भी देश सेवा का प्रण लिया है। पहले पिता ने देश कर सेवा की,अब बेटे की देश सेवा करने की बारी है। पूरे परिवार में देशभक्ति की भावना कूट-कू ट कर भरी हुई है। पिता रमेश का सपना था कि उनका बेटा लेफ्टिनेंट बनकर देश की सेवा करे। रमेश कुमार को जब पता चला कि उनके बेटे प्रतिक पासिंग आऊट पास करके लेफ्टिनेंट बन गया है तो खुशी के मारे उनकी आंखों से आसू छलक पड़े। प्रतिक के चाचा सुरेश विदूर ने बताया कि प्रतिक ने दिल्ली के आर्मी पब्लिक स्कूल से दसवीं कक्षा की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उसने 12वीं की परीक्षा नॉन मेडिकल में 85 प्रतिशत अंकों से प्राप्त की। उन्होंने बताया कि प्रतिक शुरू से ही मेधावी छात्र रहा है। प्रतिक का उस समय आईआईटी में भी अच्छा रैंक आया था, लेकिन उसने सब कुछ छोड़कर देश कर सेवा करने का कदम उठाया। इस मौके पर प्रतीक के दादा भीम सिंह, रणसिंह, ताऊ धूप सिंह, फू लकुमार, रघबीर सिंह, चाचा सुरेश कुमार, सतीश कुमार, प्रकाश सहित शहर की सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने बधाई दी।
म्हारे पोते ने तो म्हारा नाम चमका दिया-दादा दादी
म्हारे पोते ने तो म्हारा नाम चमका दिया है। सारा गांम म्हारै पोते क ी ही बात कर रहा है। गुआंड़ में भी म्हारे पोते का जिक्र है। बुढापें में पोते ने खुशी की झोली भर दी है। यह कहना है हमीरगढ़ गांव के प्रतीक श्योराण के दादा भीम सिंह व दादी श्योनन देवी का। जिनके पोते ने पासिंग आऊट परेड के बाद आर्मी एयर डिफेंस कश्मीर में लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्ति मिली है। गांव के सरपंच रविन्द्र व ग्राम पंचायत के मौजूद लोगों ने भी प्रतीक श्योराण के दादा को बधाई दी है। सरपंच ने कहा कि ग्रामीण इलाकों से इस प्रकार बच्चों के आगे बढने से दूसरों बच्चों को भी प्रेरणा मिलती है।
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