सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के मरकज में गांव हथो के मुस्लिम समाज के लोगों के शामिल होने की अफवाह को जहां प्रशासन को दौड़ाया। वहीं मुस्लिम समाज के लोगों को भी काफी परेशान होना पड़ा। गांव हथो वासी एवं विश्व मुस्लिम बोर्ड के राष्ट्रीय सचिव नानूदीन हथो ने फोन पर बातचीत में बताया कि एक निजी न्यूज चैनल पर खबर चलाई गई कि गांव हथो में मरगज से लोग आये हैं। जो कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज हो सकते हैं। जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और उन्होंने गांव में आकर छानबीन की, जिसके बाद उसको, सुकरदीन, मियांखान, इकबाल, अनवर खान को स्वास्थ्य विभाग की टीम व पुलिस प्रशासन अपने साथ ले गई। जहां उनको उचाना के आइसोलेशन वॉर्ड में ले जाकर स्वास्थ्य जांच किया, तो उनका स्वास्थ्य ठीक पाया गया। उनमें कोरोना वायरस के लक्षण नहीं पाये गये। प्रशासन ने एतिहायत के तौर पर चारों को आइसोलेशन वॉर्ड में रखा गया।
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अफवाह फैलाने वाले पर करवाया जायेगा मामला दर्ज
विश्व मुस्लिम बोर्ड के राष्ट्रीय सचिव नानूदीन हथो ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर के निजी न्यूज चैनल ने लगभग 8 साल पहले उनके गांव हथो की खबर न्यूज चैनल पर बनाई थी। लेकिन बुधवार को न्यूज चैनल पर वही खबर दिखाई गई। जिसमें दिखाया गया कि वे तबलीगी जमात के मरकज में शामिल होकर आये हैं। जिसके बाद टीवी चैनल पर खबर चलने पर ग्रामीणों को शक हो गया और उन्होंने जिला स्वास्थ्य विभाग को सूचना दे दी। स्वास्थ्य विभाग व पुलिस की टीम गांव में पहुंची। जांच मेें पता चला कि गांव का कोई व्यक्ति मरकज में नहीं गया। किसी व्यक्ति में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं पाये गये। नानूदीन हथो ने कहा कि निजी न्यूज चैनल पर 8 साल पहले खबर चलाई गई है, जिसको अब संशोधित कर दोबारा चलाया गया। उन्होंने बताया कि 8 साल पहले न्यूज में जो व्यक्ति दिखाये गये हैं और अब दिखाए गये हैं। वो बिल्कुल भी मैच नहीं करते हैं। इसलिए वो इस मामले में वकील से सलाह लेकर अफवाह फैलाने वाले पर केस दर्ज करवायेंगे और मानहानी का दावा भी करेंगे।
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