सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
मानसून की पहली बारिश ने आंधी व तेज तूफान के साथ दस्तक दी, जिससे लोगों को गरमी से राहत मिली और किसानों की फसल के लिए वरदान साबित हुई। रविवार अलसुबह नरवाना में 30 मिमी बारिश दर्ज की गई। भारी बरसात से शहर में कई जगह घरों मेें पानी घुस गया और लोग रात को घरों से पानी निकालते नजर आए। बारिश की पानी की निकासी न होने के कारण जगह-जगह जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। शहर के मॉडल टाउन, पतराम नगर, हाउसिंग बोर्ड, हनुमान नगर, विश्वकर्मा चौंक, कल्ब रोड़ पर लगभग एक-डेढ़ फुट पानी जमा हो गया। क्षेत्रवासियों का कहना था कि प्रशासन द्वारा पानी निकासी का कोई प्रबंध नहीं किया गया है। इसके अतिरिक्त कई सड़कों को लेवल से ऊंचा उठा दिया गया, जिससे पानी बीच सड़ पर जमा हो जाता है और बीमारियां फैलने का डर बना रहता है। पानी भराव की समस्या से निजात दिलाने के लिए जन-स्वास्थ्य विभाग के एसडीओ सतीश कुमार टीम के साथ पहुंचे और जनरेटर लगवाकर पानी को खाली प्लाटों मेें डलवाया गया और कई घंटों के बाद पानी की निकासी हो सकी और लोगों ने राहत की सांस ली। इसके अतिरिक्त तेज बरसात के साथ आई आंधी से कई पेड़ व खंभे भी क्षतिग्रस्त हुए और बिजली की सप्लाई भी कई घंटे बाधित रही। लोगों ने प्रशासन से मांग की कि इस जलभराव की समस्या से जल्द निजात दिलाएं।
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नरवाना क्षेत्र मेें हुई बारिश किसानों के लिए सोना बनकर आई। इस बारिश से कपास की फसल की पानी की जरूरत पूरी हो गई, इसके अतिरिक्त धान की रोपाई भी सही तरीके से हो सकेगी। अगर 50 मिमी बारिश और हो जाए, तो सोने पर सुहागा वाली बात बन जाएगी। इसके अलावा छोटे-मोटे कीट भी खत्म हो जाएंगे।
डा. देवेंद्र सिंह, एसडीओ
कृषि विभाग, नरवाना
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