नर्सिंग छात्राओं ने मांगों को लेकर 8 घंटे किया सफीदों-पानीपत मार्ग जाम
सत्यखबर सफीदों (महाबीर मित्तल) – राजकीय नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं ने शुक्रवार को अपनी मांगों को लेकर सफीदों-पानीपत मार्ग पर स्थित करसिंधू फार्म पर सुबह 8 बजे जाम लगा दिया और धरने पर कर बैठ गई। धरने देने के बाद छात्राओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जाम लगने के कारण इस सड़क मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई। जाम की सूचना पाकर एसडीएम मनदीप कुमार, एएसपी अजीत सिंह शेखावत, नायब तहसीलदार रामपाल शर्मा, एसएचओ धर्मवीर सिंह, महिला एसएचओ जींद घनश्याम देवी, महिला इंचार्ज शर्मिला देवी व नर्सिंग कॉलेज की प्रिंसिपल संतोष हुड्डा मौके पर पहुंची और छात्राओं को मनाने का प्रयास किया लेकिन दिनभर छात्राएं धरने पर बैठी रही।
छात्राएं इस बात पर अड़ी थी कि जब तक उपायुक्त जींद आकर उनकी समस्याएं नहीं सुनते तब तक वे धरने से नहीं उठेंगी। धरना दे रही छात्राओं आंचल, प्रिया, नीतू, जसियार, सोनिया, पूजा, सरिता, नीतिका, सुनीता, सुमन समेत अन्य छात्राओं का कहना था कि वे करसिंधु नर्सिंग कॉलेज की छात्राएं हैं और फिलहाल उनकी कक्षाएं सफीदों के सरला देवी महिला कॉलेज में अस्थाई तौर पर लग रही हैं। कॉलेज प्रशासन ने उन्हे करसिंधू गांव स्थित एक बड़े नीजि शिक्षण संस्थान में हॉस्टल दिए हुए हैं और इस हॉस्टल में उन्हे कई गुणा महंगा किराया भरना पड़ रहा है। अन्य स्थानों पर एक हॉस्टल का किराया प्रति महीना 1100 रुपए है लेकिन इस नीजि शिक्षण संस्थान में उनसे 4000 रूपए प्रति महीना किराया वसूला जा रहा है। इसके अलावा सरकार की ओर से उन्हें हर महीने साढ़े 600 रूपए स्टाईफंड दिए जाने का प्रावधान है लेकिन पिछले एक वर्ष से उन्हें स्टाईफंड की राशि नहीं दी जा रही है।
इसके साथ-साथ कालेज में स्टाफ पूरा नहीं है जिससे उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है। कई छात्राओं का रोते हुए कहना था कि वे गरीब या सामान्य परिवारों से संबंध रखती हैं और उनके परिजन इस स्थिति में नहीं है कि वे इतना ज्यादा हॉस्टल का किराया अदा कर सकें। छात्राओं का धरना सांय तक जारी रहा और करीब साढ़े 3 बजे प्रशासन छात्राओं को मनाने में कामयाब हो गया। प्रशासन की ओर से एसडीएम मनदीप कुमार ने छात्राओं को आश्वासन दिया कि उनकी सभी समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर निपटारा किया जाएगा और उच्चाधिकारियों के संज्ञान में भी उनकी समस्याएं लाई जाएंगी। प्रशासन के आश्वासन के उपरांत छात्राएं मान गई और अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन एसडीएम मनदीप कुमार को सौंपा। प्रशासन के आश्वासन के उपरांत छात्राएं धरने से उठ गई और जाम खोलकर मार्ग को बहाल कर दिया। मार्ग बहाल होने के उपरांत प्रशासन की जान में जान आई और वाहन चालकों ने भी राहत की सांस ली।
जाम के दौरान प्रशासन के समझ दो बड़ी चुनौतियां थी। एक तरफ तो प्रशासन को मार्ग बहाल करवाना था तो दूसरी ओर छात्राओं की सुरक्षा करना भी था। जाम के दौरान पुलिस ने 150 मीटर सफीदों तथा 150 मीटर पानीपत की ओर सुरक्षा घेरा तैयार किया और उसमें पुलिसकर्मी तैनात किए गए। इस घेरे में केवल प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों तथा मीडिय़ा को जाने की इजाजत थी। पुलिस ने पानीपत की ओर से आ रहे वाहनों को वाया गांव दरियापुर तथा सफीदों से जा रहे वाहनों को वाया गांव अंटा निकलवाया।