सत्यखबर, नांगल चौधरी,रामपाल फौजी
कृषि कानूनों को लेकर जहां पिछले करीब 4 महीने से देश में महासंग्राम छिड़ा हुआ है…और इन कृषि कानूनों को जहा किसान नेता से लेकर विपक्ष तक नुकसानदायक बता रहा है…वहीं अब इन कानूनों के नतीजे धीरे-धीरे आने शुरु हो गए हैं…जिसके चलते नांगल चौधरी के किसानों के लिए ये कानून संजीवनी साबित हो रहे हैं…जिसके चलते वो अपनी फसल मंडी में ना लाकर सीधा अपने खेत से ही एसएसपी से ज्यादा मोटे भाव में बेच रहे हैं…
लेकिन दूसरे और ऐसा होने से मंडी में बैठे आढ़ती वर्ग परेशान हैं….जिसके चलते नांगल चौधरी में आज दूसरे दिन भी सरकार की खरीद पर फसल बेचने किसान मंडी में नहीं आ रहे हैं…मंडी में दो दिन के बाद भी बिकने के लिए फसल का एक भी दाना नही आया है…जिसके चलते मजदूर के साथ साथ आढ़ती भी परेशान हैं…ऐसे में आढ़तियों का भी मानना है कि किसान खेत से ही अपनी फसल मोटे भाव में बेच रहा है…जिसके चलते किसानों ने सरकार से फसलों के एमएसपी बढ़ाने की मांग की है….
बहराल सरकार ने किसान की फसल को सीधा ग्राहक तक पहुंचाने और फसल की पूरी कीमत दिलाने के लिए जो कानून लेकर आई थी वो कहीं ना कहीं किसानों के फायदे में जाते नजर आ रहे हैं….साथ ही बिचौलियों को दूर करने की बात भी नांगल चौधरी में सच होती नजर आ रही है…जिसके चलते यहां के किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए सीधे ग्राहक मिल रहे हैं..जो उनकी फसलों को एमएसपी से ज्यादा रेट पर खरीद रहे हैं….
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