सत्य खबर जींद, महाबीर मित्तल: जिला बाल संरक्षण अधिकारी सुजाता ने बताया कि पिछले दिनों स्थानीय नागरिक अस्पताल के बाथरूम में नवजात बच्ची लावारिस अवस्था में मिली थी। जिसको अस्पताल के शिशु नर्सरी में दाखिल करवाया और बाल रोग विशेषज्ञ डा. से चैकअप करवाया गया था। बच्ची बिल्कुल स्वस्थ थी नवजात के मां-बाप का पता नही चलने पर जिला बाल कल्याण समिति की कमेटी द्वारा औपचारिकता पूरी कर बच्ची को हिसार के स्पैशल एडॉप्शन एजेंसी में भेज दिया गया था। बच्ची के बारे में सोशल मीडिया व समाचार पत्रों के जरिये आमजन तक सूचना पहुंचाई गई। लेकिन उसके मां-बाप का पता नहीं चल सका। यह पता चलने पर बहुत से दंपति बच्ची को गोद लेने जिला बाल संंरक्षण कार्यालय पहुंचे थे। लेकिन बच्ची को गोद नहीं दिया गया। जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने बताया कि चूंकि अभी तक बच्ची को कोई भी माता-पिता या परिवार के अन्य सदस्यों द्वारा पहचान कर नहीं ले जाया गया है। यदि आगामी 10 दिनों तक बच्ची के माता-पिता या संरक्षण में मिलने की स्थिति में बच्ची को जे.जे. एक्ट 2015 नियम 2016 एडॉप्शन रेगुलेशन 2017 के अनुसार बच्ची को गोद देने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। यदि किसी व्यक्ति को इस बच्ची के अभिभावक संरक्षक के बारे में कोई भी जानकारी या सुराग मिले तो जिला बाल संरक्षण इकाई महिला एवं बाल विकास विभाग लघु सचिवालय कंजूमर कोर्ट प्रथम तल जींद 08168219148 सम्पर्क कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें:-
Aluminium recycling services Aluminum recycling network Scrap metal reclamation operations