सत्य खबर, नारायणगढ़ (सरिता धीमान)। विधायक शैली चौधरी ने कहा कि सरकार द्वारा फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में नाम मात्र की बढौतरी करना किसानों के साथ मजाक है। उन्होंने कहा कि डीजल, खाद व अन्य कृषि उपकरणों के दामों में अत्याधिक बढौतरी हो चुकी है। मंहगाई चरम सीमा पर पहुंच चुकी है लेकिन सरकार किसानों को फसलों का उचित मूल्य देने के लिए तैयार नहीं है। विधायक ने कहा कि भाजपा ने चुनाव पूर्व किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था लेकिन आज किसानों के लिए कृषि घाटे का सौदा बनी हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकाल के दौरान प्रदेश में फसलों का उचित मृल्य देने के साथ-साथ कभी भी गन्ने की फसल की पेमेंट करने में कोई परेशानी नहीं आने दी जबकि भाजपा के शासनकाल में शुगर मिल की ओर किसानों का करोड़ों रूपया बकाया पड़ा है। उन्होंने कहा कि अपनी जायज मांगों को लेकर व तीन काले कृषि कानूनों को रद्द करवाने की मांग को लेकर देश में विभिन्न स्थानों पर शांतिपूर्वक ढंग से धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों पर सरकार के आदेश से पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया जाता है लेकिन सरकार आरोपी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि करनाल प्रकरण में सरकार को किसानों की जायज मांगों के सामने झूकना पड़ा। विधायक ने सरकार से किसानों की सभी मांगों को माने जाने व तीनों काले कृषि कानून रद्द करने तथा प्रभावित, घायल व आन्दोलन में शहीद हो चुके किसानों को मुआवजा दिए जाने की मांग की।
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