सत्यखबर, पानीपत
बच्चों के अश्लील वीडियो, यौन उत्पीड़न जैसे वीडियो इंटरनेट मीडिया पर भरे हुए हैं। इन वीडियो को कौन आगे बढ़ाता है, कहां तक कैसे पहुंचाए जाते हैं, इस सारे नेटवर्क का भंडाफोड़ करने के लिए सीबीआइ ने देशभर में रेड मारीं। पानीपत में ऐसी ही रेड लगी। सीबीआइ ने कुछ नोटिस जारी किए हैं। हालांकि इसके बारे में अभी कुछ बताया नहीं जा रहा। लेकिन पानीपत में सनसनी जरूर हो गई है। बच्चों की अश्लील सामग्री वायरल करने वालों पर सख्त कार्रवाई की भी मांग चल पड़ी है। सभी ने एक स्वर में कहा कि अगर पानीपत से कोई नेटवर्क चलता मिलता है तो यह बेहद शर्मनाक स्थिति होगी। पानीपत में ऐसे लोगों को तुरंत पकड़ा जाना चाहिए। बाल शोषण बेहद गंभीर अपराध है।
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अश्लील सामग्री के इस मामले में सामने आया है कि वीडियो शेयर करने वाले दूसरों से भी वीडियो आगे शेयर कराते हैं। दूसरों को पांच से सात सौ रुपये तक देते हैं। जितनी ज्यादा शेयरिंग होती है, उतने ज्यादा पैसे मिलते हैं। यह नेटवर्क विदेश तक काम करता है। सौ देशों में इनका जाल फैला हुआ है।बच्चों के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं। अश्लील वीडियो से भी अपराध बढ़ते हैं। मनोविज्ञानी कहते हैं कि अगर अश्लील वीडियो बार-बार देखे जाएं तो मानसिक रूप से व्यक्ति बीमार हो जाता है। वह बच्चों का यौन शोषण करने से पीछे नहीं हटता। इंटरनेट मीडिया पर इस तरह के वीडियो नहीं आने चाहिए। इस पर रोक लगाने के लिए गंभीर काम करने ही होंगे। आरोपितों पर सख्त कार्रवाई हो।
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